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    Aaj Ka Panchang 20 August 2024: भाद्रपद माह के पहले मंगलवार पर शिववास योग का हो रहा है निर्माण, पढ़ें पंचांग

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Tue, 20 Aug 2024 06:00 AM (IST)

    सनातन धर्म में भाद्रपद माह (Aaj ka Panchang 20 August 2024) का विशेष महत्व है। इस महीने में कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। इस महीने में कृष्ण जन्माष्टमी गणेश चतुर्थी एवं राधा अष्टमी मनाई जाती है। भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। आइए पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग एवं राहुकाल जानते हैं-

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    Aaj Ka Panchang 20 August 2024: पढ़ें दैनिक पंचांग

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 20 August 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, 20 अगस्त यानी आज भाद्रपद माह का पहला मंगलवार है। सनातन धर्म में मंगलवार का दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी की पूजा की जाती है। साथ ही मंगलवार का व्रत रखा जाता है। इस शुभ अवसर पर साधक श्रद्धा भाव से हनुमान जी की पूजा कर रहे हैं। धार्मिक मत है कि मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। आइए, पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग एवं राहुकाल जानते हैं-

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    आज का पंचांग (Panchang 20 August 2024)

    शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat)

    पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि आज 20 अगस्त को रात 08 बजकर 32 मिनट तक है। इसके बाद द्वितीया तिथि शुरू हो जाएगी। साधक दिन की बेला में हनुमान जी की पूजा कर सकते हैं।

    शिव योग

    भाद्रपद्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर शिव योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण संध्याकाल 08 बजकर 32 मिनट बाद तक है। इस दौरान भगवान शिव कैलाश पर जगत की देवी मां पार्वती के साथ रहेंगे। इस समय में भगवान शिव का अभिषेक करने से घर में सुख और समृद्धि आती है।

    पंचांग

    सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 53 मिनट पर

    सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 55 मिनट पर

    चन्द्रोदय- शाम 07 बजकर 34 मिनट पर

    चंद्रास्त- सुबह 06 बजकर 12 मिनट पर

    ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 25 मिनट से 05 बजकर 09 मिनट तक

    विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 35 मिनट से 03 बजकर 27 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 55 मिनट से 07 बजकर 17 मिनट तक

    निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 02 मिनट से 12 बजकर 46 मिनट तक

    अशुभ समय

    राहु काल - दोपहर 03 बजकर 40 मिनट से 05 बजकर 17 मिनट तक

    गुलिक काल - दोपहर 12 बजकर 24 मिनट से 02 बजकर 02 मिनट तक

    दिशा शूल - उत्तर

    ताराबल

    अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

    चन्द्रबल

    मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, धनु, कुम्भ

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।