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    Aaj ka Panchang 20 April 2025: इन योग में मनाई जा रही है मासिक कृष्ण जन्माष्टमी- कालाष्टमी, पढ़ें पंचांग

    Updated: Sun, 20 Apr 2025 09:15 AM (IST)

    आज यानी 20 अप्रैल को कालाष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। साथ ही इस तिथि पर कई शुभ और अशुभ बन रहे हैं। इन योग (Aaj ka Panchang ...और पढ़ें

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    Aaj ka Panchang 20 April 2025 पंचांग से जानें शुभ मुहूर्त।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि आज यानी 20 अप्रैल को है। इस तिथि का समापन शाम को 7 बजे होगा। इसके बाद अष्टमी तिथि शुरू होगी। कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी और कालाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। साथ ही आज पर कई शुभ और अशुभ योग भी बन रहे हैं। आइए पढ़ते हैं आज का पंचांग।

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    (Pic Credit- Freepik)

    आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 20 April 2025)

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय - सुबह 5 बजकर 50 मिनट पर

    सूर्यास्त - शाम 6 बजकर 50 मिनट पर

    चंद्रोदय - रात 1 बजकर 28 मिनट पर

    चन्द्रास्त - सुबह 10 बजकर 55 मिनट पर

    वार - रविवार

    ऋतु - ग्रीष्म

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    शुभ समय (Today Shubh Muhurat)

    ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04 बजकर 22 मिनट से 05 बजकर 06 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 49 मिनट से शाम 07 बजकर 11 मिनट तक

    निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 58 मिनट से देर रात 12 बजकर 42 मिनट तक

    अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक

    अमृत काल - सुबह 06 बजकर 43 मिनट से 08 बजकर 24 मिनट तक

    अशुभ समय

    राहुकाल - सुबह 5 बजकर 12 मिनट से 6 बजकर 50 मिनट तक

    गुलिक काल - दोपहर 3 बजकर 35 मिनट से 5 बजकर 12 मिनट तक

    दिशा शूल - पश्चिम

    नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल - अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद

    राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - मिथुन, कर्क, तुला, धनु, कुम्भ, मीन

    भगवान कृष्ण के मंत्र -

    • ॐ कृष्णाय नमः

    • ॐ नमो भगवते श्री गोविन्दाय

    • ॐ देव्किनन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात
    • ओम क्लीम कृष्णाय नमः
    • गोकुल नाथाय नमः
    • ॐ श्री कृष्णः शरणं ममः
    • हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे । हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ।।
    • ॐ नमो भगवते तस्मै कृष्णाया कुण्ठमेधसे। सर्वव्याधि विनाशाय प्रभो माममृतं कृधि।।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।