Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Aaj ka Panchang 15 August 2025: इस जन्माष्टमी बन रहे हैं कई दुर्लभ संयोग, पंचांग से जानें शुभ मुहूर्त

    Updated: Fri, 15 Aug 2025 07:09 AM (IST)

    पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है जिसके बाद अष्टमी तिथि शुरु हो जाएगी। जन्माष्टमी की पूजा मध्या रात्रि में की जाती है। ऐसे में कई साधक आज के दिन जन्माष्टमी का व्रत करेंगे। चलिए एस्ट्रोपत्री डॉटकॉम के पंडित आनंद सागर पाठक जी से जानते हैं आज का (Aaj ka Panchang 15 August 2025) पंचांग।

    Hero Image
    Aaj ka Panchang 15 August 2025 (Picture Credit: Freepik) (AI Image)

    आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आज यानी शुक्रवार 15 अगस्त के दिन जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। कई साधक 16 अगस्त को भी जन्माष्टमी मनाएंगे। पंचांग के अनुसार, आज कई शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में चलिए पंचांग (Panchang 15 August 2025) से जानते हैं आज के शुभ मुहूर्त और राहुकाल के बारे में।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 15 August 2025)

    भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि समाप्त -  रात 11 बजकर 49 मिनट तक

    गण्ड योग - सुबह 10 बजकर 17 मिनट तक उसके बाद वृधि योग

    करण 

    विष्टि - देर रात 12 बजकर 58 मिनट तक

    बव - रात 11 बजकर 49 मिनट तक

    वार - शुक्रवार

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय - सुबह 5 बजकर 50 मिनट से

    सूर्यास्त - शाम 7 बजे

    चंद्रोदय - रात 10 बजकर 46 मिनट से

    चंद्रास्त - सुबह 11 बजकर 53 मिनट तक

    सूर्य राशि - कर्क

    चंद्र राशि -   मेष

    शुभ समय

    अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक

    अमृत काल - देर रात 1 बजकर 36 मिनट से ब्रह्म मुहूर्त 3 बजकर 6 मिनट तक (16 अगस्त)

    अशुभ समय

    राहु काल - दोपहर 10 बजकर 47 मिनट से दोपहर 12 बजकर 25 मिनट तक

    गुलिक काल - सुबह 7 बजकर 29 मिनट से सुबह 9 बजकर 8 मिनट तक

    यमगंड काल - दोपहर 3 बजकर 43 मिनट से शाम 5 बजकर 22 मिनट तक

    (Picture Credit: Freepik) (AI Image)

    आज का नक्षत्र

    आज चंद्रदेव अश्विनी नक्षत्र में रहेंगे…

    अश्विनी प्रात - 7 बजकर 36 बजे तक

    सामान्य विशेषताएं - सुंदर व्यक्तित्व, आभूषण-प्रिय, तेज बुद्धि, निपुण, यात्राप्रिय, स्वस्थ, जोशीले, नेतृत्व क्षमता, खेल-प्रिय, अधीर, आक्रामक और क्रोधी

    शासक ग्रह - केतु

    राशि स्वामी - मंगल

    देवता - अश्विनी कुमार

    प्रतीक - घोड़े का सिर

    यह भी पढ़ें - Janmashtami 2025: किस्मत चमकाने के लिए इन स्थानों पर जरूर जलाएं दीपक, खुशियों से भर जाएगा जीवन

    यह भी पढ़ें - Shani ki Mahadasha: कितने साल तक चलती है शनि की महादशा और अंतर्दशा और कैसे करें न्याय के देवता को प्रसन्न?

    यह दैनिक पंचांग Astropatri.com के सौजन्य से प्रस्तुत है। सुझाव व प्रतिक्रियाओं के लिए hello@astropatri.com पर ईमेल करें।