Aaj ka Panchang 12 February 2025: माघ पूर्णिमा पर बन रहे हैं कई शुभ योग, पंचांग से जानें शुभ मुहूर्त
आज यानी 12 फरवरी (Magh Purnima 2025 Date) को माघ पूर्णिमा का व्रत किया जा रहा है। माघ पूर्णिमा के दिन महाकुंभ का पांचवां अमृत स्नान है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की उपासना करने से जीवन में शुभ परिणाम मिलते हैं। इस तिथि पर कई शुभ योग (Today Shubh Yog) बन रहे हैं तो चलिए पंचांग से जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। माघ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि आज यानी 12 फरवरी को है। इस तिथि पर माघ पूर्णिमा (Magh Purnima 2025) का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और पवित्र नदी में स्नान और दान करने का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि पवित्र नदी में स्नान करने से सभी पापों से छुटकारा मिलता है। माघ पूर्णिमा पर कई शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज का पंचांग और शुभ मुहूर्त (Today Puja Time) के विषय में।
आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 12 February 2025)
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 07 बजकर 02 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 09 मिनट पर
चंद्रोदय- शाम 05 बजकर 59 मिनट पर
चंद्रास्त- कोई नहीं
माघ पूर्णिमा पर स्नान का समय (Magh Purnima 2025 Snan Time)
माघ पूर्णिमा पर स्नान और दान करने का सबसे उत्तम समय ब्रह्म मुहूर्त को माना गया है। इसके अलावा माघ पूर्णिमा की तिथि पर किसी भी समय स्नान और दान किया जा सकता है। माघ पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 05 बजकर 19 मिनट से 06 बजकर 10 मिनट तक है।
वार - बुधवार
ऋतु - शिशिर
शुभ समय (Today Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 05 बजकर 19 मिनट से 06 बजकर 10 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 07 मिनट से शाम 06 बजकर 32 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त - कोई नहीं
अमृत काल - शाम 05 बजकर 55 मिनट से रात 07 बजकर 35 मिनट तक
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अशुभ समय
राहुकाल - दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से 01 बजकर 59 मिनट तक
गुलिक काल -सुबह 11 बजकर 12 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक
दिशा शूल - उत्तर
नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल -अश्विनी, भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, रेवती
राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - वृषभ, कर्क, कन्या, तुला, मकर, कुम्भ
भगवान विष्णु के मंत्र
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
- ॐ नमो नारायणाय
- ॐ विष्णवे नमः
- ॐ हूं विष्णवे नमः
- ॐ अं वासुदेवाय नमः
- ॐ आं संकर्षणाय नमः
- ॐ अं प्रद्युम्नाय नमः
- ॐ अ: अनिरुद्धाय नमः
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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