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    Aaj ka Panchang 10 August 2025: आज से शुरू हुआ भाद्रपद माह, प्रतिपदा तिथि पर बन रहे ये योग, पढ़ें पंचांग

    Updated: Sun, 10 Aug 2025 08:09 AM (IST)

    आज यानी 10 अगस्त से भाद्रपद माह की शुरुआत हो गई है। इस माह का विशेष महत्व है। भाद्रपद माह के पहले दिन सूर्य देव की पूजा-अर्चना करना शुभ रहेगा। इससे साधक को कारोबार सफलता मिलती है। ऐसे में आइए एस्ट्रोलॉजर आनंद सागर पाठक से जानते हैं आज का (Aaj ka Panchang 10 August 2025) पंचांग।

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    Aaj ka Panchang 10 August 2025: आज का पंचांग

    आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आज यानी 10 अगस्त को भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। इस तिथि पर रविवार पर पड़ रहा है। इस दिन सूर्ये देव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सूर्य देव की उपासना करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है और शुभ फल की प्राप्ति होती है। भाद्रपद माह के पहले दिन कई योग भी बन रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 10 August 2025) के बारे में।

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    तिथि: कृष्ण प्रतिपदा

    मास पूर्णिमांत: भाद्रपद

    दिन: रविवार

    संवत्: 2082

    तिथि: प्रतिपदा दोपहर 12 बजकर 09 मिनट तक

    योग: 11 अगस्त को शोभन रात 12 बजकर 02 मिनट तक

    करण: कौलव दोपहर 12 बजकर 09 मिनट तक

    करण: तैतिल रात्रि 11 बजकर 24 मिनट तक

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 48 मिनट पर

    सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 05 मिनट पर

    चंद्रमा का उदय: शाम 07 बजकर 55 मिनट पर

    चन्द्रास्त: सुबह 06 बजकर 32 मिनट पर

    सूर्य राशि: कर्क

    चंद्र राशि: धनु

    पक्ष: कृष्ण

    शुभ समय अवधि

    अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 53 मिनट तक

    अशुभ समय अवधि

    राहुकाल: सायं 05 बजकर 25 मिनट से सायं 07 बजकर 05 मिनट तक

    गुलिक काल: दोपहर 03 बजकर 46 मिनट से सायं 05 बजकर 25 मिनट तक

    यमगण्ड काल: दोपहर 12 बजकर 26 मिनट से दोपहर 02 बजकर 06 मिनट तक

    आज का नक्षत्र

    आज भी धनिष्ठा नक्षत्र में रहेंगे…

    आज का नक्षत्र– धनिष्ठा दोपहर 01 बजकर 52 मिनट तक

    सामान्य विशेषताएं: आत्मविश्वासी, शक्तिशाली, धैर्यवान, परिश्रमी, प्रसिद्धि, सौंदर्य, धन, कलात्मक प्रतिभा, स्वतंत्र स्वभाव, स्वार्थी, लालची, क्रोधी, विश्वसनीय और दानशील

    नक्षत्र स्वामी: मंगल

    राशि स्वामी: शनि

    देवता: आठ वसु (भौतिक समृद्धि के देवता)

    प्रतीक: ढोल या बांसुरी

    यह दैनिक पंचांग Astropatri.com के सौजन्य से प्रस्तुत है. सुझाव व प्रतिक्रियाओं के लिए hello@astropatri.com पर ईमेल करें।