Aaj ka Panchang 09 March 2025: आज एक नहीं बल्कि बन रहे हैं 3 शुभ योग, पंचांग से जानें मुहूर्त
आज यानी रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। प्रतिदिन विशेषकर रविवार के दिन सूर्य देव को जल अर्पित करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत हो सकती है। ऐसे में चलिए पंचांग से जानते हैं कि आज के दिन कौन-कौन से शुभ और अशुभ योग बन रहे हैं। साथ ही जानते हैं राहुकाल का समय।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। पंचांग के मुताबिक आज के दिन रविवार 09 मार्च 2025 को फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। पंचांग के मुताबिक इस तिथि पर रवि पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग जैसे कई शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं, आज का पंचांग (Today Panchang)।
आज का पंचांग (Panchang 09 March 2025)
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि समाप्त - सुबह 07 बजकर 48 मिनट पर
नक्षत्र - पुनर्वसु
वार - रविवार
ऋतु - वसंत
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 40 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 27 मिनट पर
चंद्रोदय - दोपहर 01 बजकर 49 मिनट से
चन्द्रास्त - प्रातः काल 04 बजकर 25 मिनट पर
चन्द्र राशि - मिथुन
शुभ समय
ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 05 बजे से 05 बजकर 49 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 23 मिनट से शाम 06 बजकर 48 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 07 मिनट से देर रात 12 बजकर 56 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से दोपहर 12 बजकर 59 मिनट तक
रवि पुष्य योग - 11 बजकर 55 मिनट से 10 मार्च सुबह 06 बजकर 36 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग - रात 11 बजकर 55 मिनट से 10 मार्च सुबह 06 बजकर 36 मिनट तक
रवि योग - सुबह 06 बजकर 38 मिनट से रात 11 बजकर 55 मिनट तक
यह भी पढ़ें - Holashtak 2025: शनि दोष से लेकर आर्थिक तंगी से मिलेगी मुक्ति, होलाष्टक पर करें ये असरदार उपाय
अशुभ समय
राहुकाल - दोपहर 05 बजकर 02 मिनट से शाम 06 बजकर 32 मिनट तक
गुलिक काल - दोपहर 03 बजकर 30 मिनट से दोपहर 04 बजकर 59 मिनट तक
विडाल योग - सुबह 06 बजकर 38 मिनट से रात 11 बजकर 5 मिनट तक
भद्रा - शाम 07 बजकर 41 मिनट से 10 मार्च सुबह 06 बजकर 36 मिनट तक
दिशा शूल - पश्चिम
नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल
भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती
राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - मेष, मिथुन, सिंह, कन्या, धनु, मकर
यह भी पढ़ें - Chaitra Navratri 2025: नवरात्र के दौरान इस विधि से करें दुर्गा सप्तशती का पाठ, रखें इन बातों का ध्यान
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।