Aaj ka Panchang 04 April 2025: नवरात्र का सातवें दिन बन रहे हैं कई शुभ योग, पंचांग से जानें मुहूर्त
पंचांग के अनुसार आज शुक्रवार 04 अप्रैल को चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। ऐसे में आज यानी नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना की जाएगी। मान्यता है कि मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना से साधक को किसी भी प्रकार का डर नहीं सताता। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज के दिन के लिए शुभ-अशुभ मुहूर्त।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। नवरात्र की पावन अवधि में हर दिन देवी के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित माना जाता है। नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना करने से साधक को साधक को रोग-दोष से मुक्ति मिल सकती है। तो आइए पढ़ते हैं आज का पंचांग और जानते हैं आज के राहुकाल और अन्य मुहूर्त के विषय में।
आज का पंचांग (Panchang 04 April 2025)
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि समाप्त - रात 09 बजकर 45 मिनट पर
नक्षत्र - आर्द्रा
वार - शुक्रवार
ऋतु - वसंत
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 10 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 39 मिनट पर
चंद्रोदय - सुबह 10 बजकर 42 मिनट से
चन्द्रास्त - देर रात 01 बजकर 34 मिनट पर
चन्द्र राशि - मिथुन
शुभ समय
ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04 बजकर 56 मिनट से 05 बजकर 42 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 51 मिनट से शाम 07 बजकर 14 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 17 मिनट से देर रात 01 बजकर 03 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक
अमृत काल - शाम 07 बजकर 33 मिनट से रात 09 बजकर 07 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 05 बजकर 20 मिनट से 05 अप्रैल सुबह 06 बजकर 28 मिनट तक
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अशुभ समय
राहुकाल - सुबह 10 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक
गुलिक काल - सुबह 07 बजकर 39 मिनट से सुबह 09 बजकर 23 मिनट तक
आडल योग - सुबह 06 बजकर 29 मिनट से 05 अप्रैल सुबह 05 बजकर 20 मिनट तक
भद्रा - रात 08 बजकर 12 मिनट से 05 अप्रैल सुबह 06 बजकर 28 मिनट तक
दिशा शूल - पश्चिम
(Picture Credit: Freepik)
नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल
अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद
राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - मेष, मिथुन, सिंह, कन्या, धनु, मकर
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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