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    Tula Sankranti 2023: तुला संक्रांति पर करें सूर्य देव के 108 नामों का मंत्र जाप, करियर को मिलेगा नया आयाम

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Tue, 17 Oct 2023 05:35 PM (IST)

    सनातन धर्म में संक्रांति तिथि का विशेष महत्व है। संक्रांति तिथि पर पूजा जप-तप और दान किया जाता है। साथ ही गंगा स्नान करने का भी विधान है। धार्मिक मान् ...और पढ़ें

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    Tula Sankranti 2023: तुला संक्रांति पर करें सूर्य देव के 108 नामों का मंत्र जाप

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली | Tula Sankranti 2023: ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को आत्मा का कारक माना गया है। कुंडली में सूर्य मजबूत होने पर जातक को करियर और कारोबार में मन मुताबिक सफलता मिलती है। साथ ही सुख सुविधाओं में वृद्धि होती है। अतः ज्योतिष कुंडली में सूर्य मजबूत करने की सलाह देते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो 18 अक्टूबर को तुला संक्रांति है। इस दिन सूर्य देव कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में प्रवेश करेंगे। सनातन धर्म में संक्रांति तिथि का विशेष महत्व है। संक्रांति तिथि पर पूजा, जप-तप और दान किया जाता है। साथ ही गंगा स्नान करने का भी विधान है। धार्मिक मान्यता है कि संक्रांति तिथि पर सूर्य देव की पूजा-उपासना करने से आरोग्य जीवन का वरदान प्राप्त होता है। साथ ही आय और सौभाग्य में अपार वृद्धि होती है। अगर आप भी सूर्य देव की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो तुला संक्रांति तिथि पर पूजा के समय सूर्य देव के 108 नामों का मंत्र जाप करें।

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    सूर्य देव के 108 नाम

    1. ॐ नित्यानन्दाय नमः।

    2. ॐ निखिलागमवेद्याय नमः।

    3. ॐ दीप्तमूर्तये नमः।

    4. ॐ सौख्यदायिने नमः।

    5. ॐ श्रेयसे नमः।

    6. ॐ श्रीमते नमः।

    7. ॐ अं सुप्रसन्नाय नमः।

    8. ॐ ऐं इष्टार्थदाय नमः।

    9. ॐ सम्पत्कराय नमः।

    10. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।

    11. ॐ तेजोरूपाय नमः।

    12. ॐ परेशाय नमः।

    13. ॐ नारायणाय नमः।

    14. ॐ कवये नमः।

    15. ॐ सूर्याय नमः।

    16. ॐ सकलजगतांपतये नमः।

    17. ॐ सौख्यप्रदाय नमः।

    18. ॐ आदिमध्यान्तरहिताय नमः।

    19. ॐ भास्कराय नमः।

    20. ॐ ग्रहाणांपतये नमः।

    21. ॐ वरेण्याय नमः।

    22. ॐ तरुणाय नमः।

    23. ॐ परमात्मने नमः।

    24. ॐ हरये नमः।

    25. ॐ रवये नमः।

    26. ॐ अहस्कराय नमः।

    27. ॐ परस्मै ज्योतिषे नमः।

    28. ॐ अमरेशाय नमः।

    29. ॐ अच्युताय नमः।

    30. ॐ आत्मरूपिणे नमः।

    31. ॐ अचिन्त्याय नमः।

    32. ॐ अन्तर्बहिः प्रकाशाय नमः।

    33. ॐ अब्जवल्लभाय नमः।

    34. ॐ कमनीयकराय नमः।

    35. ॐ असुरारये नमः।

    36. ॐ उच्चस्थान समारूढरथस्थाय नमः।

    37. ॐ जन्ममृत्युजराव्याधिवर्जिताय नमः।

    38. ॐ जगदानन्दहेतवे नमः।

    39. ॐ जयिने नमः।

    40. ॐ ओजस्कराय नमः।

    41. ॐ भक्तवश्याय नमः।

    42. ॐ दशदिक्संप्रकाशाय नमः।

    43. ॐ शौरये नमः।

    44. ॐ हरिदश्वाय नमः।

    45. ॐ शर्वाय नमः।

    46. ॐ ऐश्वर्यदाय नमः।

    47. ॐ ब्रह्मणे नमः।

    48. ॐ बृहते नमः।

    49. ॐ घृणिभृते नमः।

    50. ॐ गुणात्मने नमः।

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    51. ॐ सृष्टिस्थित्यन्तकारिणे नमः।

    52. ॐ भगवते नमः।

    53. ॐ एकाकिने नमः।

    54. ॐ आर्तशरण्याय नमः।

    55. ॐ अपवर्गप्रदाय नमः।

    56. ॐ सत्यानन्दस्वरूपिणे नमः।

    57. ॐ लूनिताखिलदैत्याय नमः।

    58. ॐ खद्योताय नमः।

    59. ॐ कनत्कनकभूषाय नमः।

    60. ॐ घनाय नमः

    61. ॐ कान्तिदाय नमः।

    62. ॐ शान्ताय नमः।

    63. ॐ लुप्तदन्ताय नमः।

    64. ॐ पुष्कराक्षाय नमः।

    65. ॐ ऋक्षाधिनाथमित्राय नमः।

    66. ॐ उज्ज्वलतेजसे नमः।

    67. ॐ ऋकारमातृकावर्णरूपाय नमः।

    68. ॐ नित्यस्तुत्याय नमः।

    69. ॐ ऋजुस्वभावचित्ताय नमः।

    70. ॐ ऋक्षचक्रचराय नमः।

    71. ॐ रुग्घन्त्रे नमः।

    72. ॐ ऋषिवन्द्याय नमः।

    73. ॐ ऊरुद्वयाभावरूपयुक्तसारथये नमः।

    74. ॐ जयाय नमः।

    75. ॐ निर्जराय नमः।

    76. ॐ वीराय नमः

    77. ॐ ऊर्जस्वलाय नमः।

    78. ॐ हृषीकेशाय नमः।

    79. ॐ उद्यत्किरणजालाय नमः।

    80. ॐ विवस्वते नमः।

    81. ॐ ऊर्ध्वगाय नमः।

    82. ॐ उग्ररूपाय नमः।

    83. ॐ उज्ज्वल नमः।

    84. ॐ वासुदेवाय नमः।

    85. ॐ वसवे नमः।

    86. ॐ वसुप्रदाय नमः।

    87. ॐ सुवर्चसे नमः।

    88. ॐ सुशीलाय नमः।

    89. ॐ सुप्रसन्नाय नमः।

    90. ॐ ईशाय नमः।

    91. ॐ वन्दनीयाय नमः।

    92. ॐ इन्दिरामन्दिराप्ताय नमः।

    93. ॐ भानवे नमः।

    94. ॐ इन्द्राय नमः।

    95. ॐ इज्याय नमः।

    96. ॐ विश्वरूपाय नमः।

    97. ॐ इनाय नमः।

    98. ॐ अनन्ताय नमः।

    99. ॐ अखिलज्ञाय नमः।

    100. ॐ अच्युताय नमः।

    101. ॐ अखिलागमवेदिने नमः।

    102. ॐ आदिभूताय नमः।

    103 ॐ आदित्याय नमः।

    104. ॐ आर्तरक्षकाय नमः।

    105. ॐ असमानबलाय नमः।

    106. ॐ करुणारससिन्धवे नमः।

    107. ॐ शरण्याय नमः।

    108. ॐ अरुणाय नमः।

    डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'