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    Surya Grahan 2025: सूर्य ग्रहण के अशुभ प्रभाव को ऐसे करें दूर, खूब बढ़ेगा कारोबार

    इस बार शनि अमावस्या पर साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। सनातन शास्त्रों के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय पृथ्वी पर राहु का प्रभाव अधिक बढ़ जाता है तो ऐसे में राशि के जातकों को इस अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए सूर्य देव के नामों का जप करना चाहिए। इससे साधक पर सूर्य देव की कृपा बरसती है। साथ ही कारोबार में वृद्धि होती है।

    By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Sat, 29 Mar 2025 08:29 AM (IST)
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    Surya Grahan 2025: सूर्य देव को ऐसे करें प्रसन्न

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2025) की घटना को शुभ नहीं माना जाता है। शनि अमावस्या पर लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, जिसकी वजह से इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।

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    सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य देव को नामों का जप करना चाहिए और सूर्य ग्रहण (grahan in march 2025 in india) खत्म होने के बाद पूजा कर अन्न और धन का दान करना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य देव को नामों करने से सूर्य ग्रहण का अशुभ प्रभाव दूर होता है। साथ ही साधक को सूर्य देव को आशीर्वाद प्राप्त होता है।

    सूर्य ग्रहण 2025 डेट और टाइम (Surya Grahan 2025 Date and Time)

    साल का पहला सूर्य ग्रहण शनि अमावस्या यानी आज दोपहर 02 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और 06 बजकर 16 मिनट पर खत्म होगा।

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    सूर्य देव के 108 नाम

    1. ॐ नित्यानन्दाय नमः

    2. ॐ निखिलागमवेद्याय नमः

    3. ॐ दीप्तमूर्तये नमः

    4. ॐ सौख्यदायिने नमः

    5. ॐ श्रेयसे नमः

    6. ॐ श्रीमते नमः

    7. ॐ अं सुप्रसन्नाय नमः

    8. ॐ ऐं इष्टार्थदाय नमः

    9. ॐ सम्पत्कराय नमः

    10. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः

    11. ॐ तेजोरूपाय नमः

    12. ॐ परेशाय नमः

    13. ॐ नारायणाय नमः

    14. ॐ कवये नमः

    15. ॐ सूर्याय नमः

    16. ॐ सकलजगतांपतये नमः

    17. ॐ सौख्यप्रदाय नमः

    18. ॐ आदिमध्यान्तरहिताय नमः

    19. ॐ भास्कराय नमः

    20. ॐ ग्रहाणांपतये नमः

    21. ॐ वरेण्याय नमः

    22. ॐ तरुणाय नमः

    23. ॐ परमात्मने नमः

    24. ॐ हरये नमः

    25. ॐ रवये नमः

    26. ॐ अहस्कराय नमः

    27. ॐ परस्मै ज्योतिषे नमः

    28. ॐ अमरेशाय नमः

    29. ॐ अच्युताय नमः

    30. ॐ आत्मरूपिणे नमः

    31. ॐ अचिन्त्याय नमः

    32. ॐ अन्तर्बहिः प्रकाशाय नमः

    33. ॐ अब्जवल्लभाय नमः

    34. ॐ कमनीयकराय नमः

    35. ॐ असुरारये नमः

    36. ॐ उच्चस्थान समारूढरथस्थाय नमः

    37. ॐ जन्ममृत्युजराव्याधिवर्जिताय नमः

    38. ॐ जगदानन्दहेतवे नमः

    39. ॐ जयिने नमः

    40. ॐ ओजस्कराय नमः

    41. ॐ भक्तवश्याय नमः

    42. ॐ दशदिक्संप्रकाशाय नमः

    43. ॐ शौरये नमः

    44. ॐ हरिदश्वाय नमः

    45. ॐ शर्वाय नमः

    46. ॐ ऐश्वर्यदाय नमः

    47. ॐ ब्रह्मणे नमः

    48. ॐ बृहते नमः

    49. ॐ घृणिभृते नमः

    50. ॐ गुणात्मने नमः

    51. ॐ सृष्टिस्थित्यन्तकारिणे नमः

    52. ॐ भगवते नमः

    53. ॐ एकाकिने नमः

    54. ॐ आर्तशरण्याय नमः

    55. ॐ अपवर्गप्रदाय नमः

    56. ॐ सत्यानन्दस्वरूपिणे नमः

    57. ॐ लूनिताखिलदैत्याय नमः

    58. ॐ खद्योताय नमः

    59. ॐ कनत्कनकभूषाय नमः

    60. ॐ घनाय नमः

    61. ॐ कान्तिदाय नमः

    62. ॐ शान्ताय नमः

    63. ॐ लुप्तदन्ताय नमः

    64. ॐ पुष्कराक्षाय नमः

    65. ॐ ऋक्षाधिनाथमित्राय नमः

    66. ॐ उज्ज्वलतेजसे नमः

    67. ॐ ऋकारमातृकावर्णरूपाय नमः

    68. ॐ नित्यस्तुत्याय नमः

    69. ॐ ऋजुस्वभावचित्ताय नमः

    70. ॐ ऋक्षचक्रचराय नमः

    71. ॐ रुग्घन्त्रे नमः

    72. ॐ ऋषिवन्द्याय नमः

    73. ॐ ऊरुद्वयाभावरूपयुक्तसारथये नमः

    74. ॐ जयाय नमः

    75. ॐ निर्जराय नमः

    76. ॐ वीराय नमः

    77. ॐ ऊर्जस्वलाय नमः

    78. ॐ हृषीकेशाय नमः

    79. ॐ उद्यत्किरणजालाय नमः

    80. ॐ विवस्वते नमः

    81. ॐ ऊर्ध्वगाय नमः

    82. ॐ उग्ररूपाय नमः

    83. ॐ उज्ज्वल नमः

    84. ॐ वासुदेवाय नमः

    85. ॐ वसवे नमः

    86. ॐ वसुप्रदाय नमः

    87. ॐ सुवर्चसे नमः

    88. ॐ सुशीलाय नमः

    89. ॐ सुप्रसन्नाय नमः

    90. ॐ ईशाय नमः

    91. ॐ वन्दनीयाय नमः

    92. ॐ इन्दिरामन्दिराप्ताय नमः

    93. ॐ भानवे नमः

    94. ॐ इन्द्राय नमः

    95. ॐ इज्याय नमः

    96. ॐ विश्वरूपाय नमः

    97. ॐ इनाय नमः

    98. ॐ अनन्ताय नमः

    99. ॐ अखिलज्ञाय नमः

    100. ॐ अच्युताय नमः

    101. ॐ अखिलागमवेदिने नमः

    102. ॐ आदिभूताय नमः

    103 ॐ आदित्याय नमः

    104. ॐ आर्तरक्षकाय नमः

    105. ॐ असमानबलाय नमः

    106. ॐ करुणारससिन्धवे नमः

    107. ॐ शरण्याय नमः

    108. ॐ अरुणाय नमः

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