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    Shiv Stuti Lyrics in Hindi: आशुतोष शशांक शेखर स्तुति का जरूर करें पाठ, पूर्ण होगी सभी मनोरथ

    By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo Mishra
    Updated: Sun, 06 Aug 2023 05:44 PM (IST)

    Ashutosh Shashank Shekhar Lyrics सनातन धर्म में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव की उपासना करने से साधक को सुख-समृद्धि एवं ऐश्वर्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं। बता दें कि भगवान शिव की उपासना के समय शिव स्तुति का पाठ अवश्य करना चाहिए।

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    भगवान शिव की उपासना के समय करें इस स्तुति का पाठ।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Shiv Stuti, Ashutosh Shashank Shekhar Lyrics: सनातन धर्म में भगवान शिव को सृष्टि के संघारक के रूप में पूजा जाता है। भगवान शिव को आदिगुरु या आदियोगी कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि भगवान शिव से ही ज्ञान और सभी प्रकार की विद्याओं का सृजन हुआ था। धार्मिक मान्यता है कि भोलेनाथ अपने भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। देवाधिदेव केवल एक लोटा जल और बेलपत्र अर्पित करने से ही साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं। भगवान शिव की उपासना के समय शिव स्तुति का पाठ भी बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए पढ़ते हैं भगवान शिव की प्रसिद्ध शिव स्तुति।

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    शिव स्तुति- आशुतोष शशांक शेखर (Ashutosh Shashank Shekhar Lyrics in Hindi)

    आशुतोष शशांक शेखर,

    चन्द्र मौली चिदंबरा,

    कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,

    कोटि नमन दिगम्बरा ।।

    निर्विकार ओमकार अविनाशी,

    तुम्ही देवाधि देव,

    जगत सर्जक प्रलय करता,

    शिवम सत्यम सुंदरा ।।

    निरंकार स्वरूप कालेश्वर,

    महा योगीश्वरा,

    दयानिधि दानिश्वर जय,

    जटाधार अभयंकरा ।।

    शूल पानी त्रिशूल धारी,

    औगड़ी बाघम्बरी,

    जय महेश त्रिलोचनाय,

    विश्वनाथ विशम्भरा ।।

    नाथ नागेश्वर हरो हर,

    पाप साप अभिशाप तम,

    महादेव महान भोले,

    सदा शिव शिव संकरा ।।

    जगत पति अनुरकती भक्ति,

    सदैव तेरे चरण हो,

    क्षमा हो अपराध सब,

    जय जयति जगदीश्वरा ।।

    जनम जीवन जगत का,

    संताप ताप मिटे सभी,

    ओम नमः शिवाय मन,

    जपता रहे पञ्चाक्षरा ।।

    आशुतोष शशांक शेखर,

    चन्द्र मौली चिदंबरा,

    कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,

    कोटि नमन दिगम्बरा ।।

    कोटि नमन दिगम्बरा।।

    डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।