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    Hanuman Chalisa Niyam: हनुमान चालीसा पढ़ते समय न करें ये गलतियां, इन बातों का रखें खास ध्यान

    By Harshita SaxenaEdited By: Harshita Saxena
    Updated: Sun, 07 May 2023 06:54 PM (IST)

    शास्त्रों के अनुसार हनुमान चालीसा बजरंगबली को प्रसन्न करने का सर्वोत्तम उपाय है। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित हनुमान चालीसा बहुत आसान है। मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से भक्तों के कई प्रकार के दुख दूर हो जाते हैं।

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    जानें हनुमान चालीसा के जुड़े कुछ जरूरी नियम

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Hanuman Chalisa Niyam: भक्त बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। विशेषकर मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा के पाठ करने से मनचाहा फल प्राप्त होता है। हनुमान चालीसा के लिए किसी खास नियम की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

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    तन और मन रखें साफ

    हनुमान जी और उनके इष्ट श्री राम के चित्र की स्थापना करें। इसके बाद उनके समक्ष जल से भरा पत्र रखें। कम से कम 3 बार से लेकर 108 बार तक चालीसा का पाठ करें। घर में हनुमान चालीसा का पाठ करते समय तन और मन दोनों साफ होना बेहद जरूरी है।

    तामसिक भोजन और मदिरा से रहें दूर

    खान पान और आचरण की शुद्धता पर ध्यान देना जरूरी है। हनुमान चालीसा का पाठ करते समय तामसिक भोजन या मदिरा का सेवन करने से बचें। मंगलवार के दिन सुबह अथवा शाम के समय हनुमान चालीसा का पाठ करने से भक्तों को कई प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है

    मन में न लाएं अनुचित ख्याल

    हनुमान चालीसा का पाठ करते समय मन किसी भी प्रकार अनुचित ख्याल नहीं आना चाहिए। प्रयास करें कि चालीसा पाठ का समय रोज एक ही हो। विशेष दशाओं में यात्रा तथा सोते समय भी चालीसा का पाठ कर सकते हैं।

    राम का नाम लिए बिना न करें शुरुआत

    सभी इस बात से परिचित हैं कि हनुमान, राम जी के परम भक्त हैं। इसलिए भगवान राम का नाम लिए बिना हनुमान चालीसा की शुरुआत न करें। वरना आप इसके फल से वंचित रह जाएंगें।

    निर्बल को न करें परेशान

    पूजा के समय आसन का इस्तेमाल जरूर करें। नीचे जमीन पर बिना आसन या कुशा के न बैठें। इसे अशुभ माना जाता है। हनुमान चालीसा का पाठ करने वाले कभी भी निर्बल पर बल का प्रयोग न करें और न हीं अपशब्दों का प्रयोग करें।

    Writer- Suman Saini

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'