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    Shiv Ji Mantra: सिद्ध और शिव योग में प्रदोष व्रत, भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए करें इन मंत्रों का जाप

    By Shivani SinghEdited By:
    Updated: Sun, 12 Jun 2022 08:32 AM (IST)

    Pradosh Vrat 2022 इस माह प्रदोष व्रत में शिव और सिद्ध योग बन रहे हैं जो काफी खास माने जाते हैं। मान्यता है कि घर में सुख-समृद्धि और संतान सुख के लिए प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा करने के साथ इन शिव मंत्रों का जरूर जाप करें।

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    Pradosh Vrat 2022: प्रदोष व्रत पर करें इन शिव मंत्रों का जाप

    नई दिल्ली, Pradosh Vrat 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष के त्रयोदशी तिथि को प्रदोषव्रत का व्रत रखा जाता है। इस बार रविवार पड़ने के कारण इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जाएगा। रवि प्रदोष व्रत का धार्मिक महत्व काफी है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव को कल्याण का देवता माना जाता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की विधि विधान के साथ पूजा करने के साथ इन मंत्रों का जाप करना लाभकारी साबित होगा। इसके साथ ही प्रदोष व्रत में काफी खास योग बन रहे हैं। भगवान शिव के इन मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति हमेशा सुखी रहता है और उसकी हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। जानिए रवि प्रदोष व्रत के दिन किन मंत्रों का जाप करना होगा लाभकारी। 

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    रवि प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त

    ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ: 12 जून, रविवार को सुबह 03 बजकर 23 मिनट तक

    ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी तिथि का समापन: 13 जून, सोमवार को सुबह 12 बजकर 26 मिनट तक

    पूजा का शुभ मुहूर्त- रवि प्रदोष 12 जून को शाम 07 बजकर 19 से लेकर रात 09 बजकर 20 मिनट तक

    शिव योग- 11 जून सुबह 08 बजकर 46 मिनट से शुरू होकर 12 जून शाम 05 बजकर 27 मिनट तक

    प्रदोष व्रत के दिन करें इन शिव मंत्रों का जाप

    महामृत्युंजय मंत्र

    भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना काफी लाभकारी है। इस मंत्र का जाप करने से अकाल मृत्यु की डर समाप्त हो जाता है। इसके साथ ही हर तरह के रोग, दोष और कष्टों से छुटकारा मिल जाता है।

    ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।

    उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

    लघु महामृत्युंजय मंत्र

    अगर आप महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने में परेशानी हो रही है, तो इस लघु महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। इस मंत्र का जाप करने से भी शुभ फलों का प्राप्ति होगी।

    ॐ हौं जूं सः

    शिव गायत्री मंत्र

    भगवान शिव को प्रसन्न करने के साथ उनकी कृपा पाने के लिए शिव गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं। इस मंत्र क जाप करने से सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

    ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।

    पंचाक्षरी मंत्र

    भगवान शिव के इस मंत्र से हर समस्या से छुटकारा मिल जाता है। इस मंत्र को सर्वोच्च मंत्र माना जाता है। रोजाना इस मंत्र का 108 बार जाप करने से व्यक्ति को सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाता है।

    ॐ नम: शिवाय।

    रुद्र मंत्र

    इस मंत्र को रुद्र मंत्र के नाम से जाना जाता है। माना जाता है कि इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण कर देते हैं। इसलिए नियमित रूप से 108 बार इस मंत्र का जरूर जाप करें।

    ॐ नमो भगवते रुद्राय नमः

    Pic Credit- Instagram/bholenath_videos_

    डिसक्लेमर

    'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'