Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Masik Krishna Janmashtami के दिन करें भगवान श्रीकृष्ण के नामों का जप, बिगड़े काम होंगे पूरे

    मासिक कृष्ण जन्माष्टमी को भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने के लिए शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन शुभ मुहूर्त में उपासना करने से जातक के जीवन में खुशियों का आगमन होता है और सुख-समृद्धि के वृद्धि होती है। इस बार यह पर्व 25 अक्टूबर (Masik Krishna Janmashtami 2024 Date) को मनाया जाएगा।

    By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Wed, 23 Oct 2024 07:01 PM (IST)
    Hero Image
    Masik Krishna Janmashtami 2024: भगवान श्रीकृष्ण के 108 नाम

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी (Masik Krishna Janmashtami 2024) का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना करने का विधान है। मान्यता है कि उपासना करने से जातक की सभी मुरादें पूरी होती हैं। अगर आप कान्हा जी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इस दिन पूजा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण के 108 नामों का जप करें। इससे जातक को बिगड़े काम पूरे होते हैं और शुभ फल की प्राप्ति होती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ।।भगवान श्रीकृष्ण के 108 नाम।। (Bhagwan Shri Krishna 108 Names)

    1. ॐ कृष्णाय नमः

    2. ॐ कमलानाथाय नमः

    3. ॐ वासुदेवाय नमः

    4. ॐ सनातनाय नमः

    5. ॐ वसुदेवात्मजाय नमः

    6. ॐ पुण्याय नमः

    7. ॐ लीलामानुष विग्रहाय नमः

    8. ॐ श्रीवत्सकौस्तुभधराय नमः

    9. ॐ यशोदावत्सलाय नमः

    10. ॐ हरिये नमः

    11. ॐ चतुर्भुजात्तचक्रासिगदा नमः

    12. ॐ शङ्खाम्बुजायुधाय नमः

    13. ॐ देवकीनन्दनाय नमः

    14. ॐ श्रीशाय नमः

    15. ॐ नन्दगोपप्रियात्मजाय नमः

    16. ॐ यमुनावेगसंहारिणे नमः

    17. ॐ बलभद्रप्रियानुजाय नमः

    18. ॐ पूतनाजीवितहराय नमः

    यह भी पढ़ें: Masik Krishna Janmashtami पर इस तरह करें कान्हा जी को प्रसन्न, जानें भोग, पूजा विधि और मंत्र

    19. ॐ शकटासुरभञ्जनाय नमः

    20. ॐ नन्दव्रजजनानन्दिने नमः

    21. ॐ सच्चिदानन्दविग्रहाय नमः

    22. ॐ नवनीतविलिप्ताङ्गाय नमः

    23. ॐ नवनीतनटनाय नमः

    24. ॐ मुचुकुन्दप्रसादकाय नमः

    25. ॐ षोडशस्त्रीसहस्रेशाय नमः

    26. ॐ त्रिभङ्गिने नमः

    27. ॐ मधुराकृतये नमः

    28. ॐ शुकवागमृताब्धीन्दवे नमः

    29. ॐ गोविन्दाय नमः

    30. ॐ योगिनांपतये नमः

    31. ॐ वत्सवाटचराय नमः

    32. ॐ अनन्ताय नमः

    33. ॐ धेनुकासुरभञ्जनाय नमः

    34. ॐ तृणीकृत तृणावर्ताय नमः

    35. ॐ यमलार्जुनभञ्जनाय नमः

    36. ॐ उत्तलोत्तालभेत्रे नमः

    37. ॐ तमालश्यामलाकृतिये नमः

    38. ॐ गोपगोपीश्वराय नमः

    39. ॐ योगिने नमः

    40. ॐ कोटिसूर्यसमप्रभाय नमः

    41. ॐ इलापतये नमः

    42. ॐ परंज्योतिषे नमः

    43. ॐ यादवेंद्राय नमः

    44. ॐ यदूद्वहाय नमः

    45. ॐ वनमालिने नमः

    46. ॐ पीतवसने नमः

    47. ॐ पारिजातापहारकाय नमः

    48. ॐ गोवर्थनाचलोद्धर्त्रे नमः

    49. ॐ गोपालाय नमः

    50. ॐ सर्वपालकाय नमः

    51. ॐ अजाय नमः

    52. ॐ निरञ्जनाय नमः

    53. ॐ कामजनकाय नमः

    54. ॐ कञ्जलोचनाय नमः

    55. ॐ मधुघ्ने नमः

    56. ॐ मथुरानाथाय नमः

    57. ॐ द्वारकानायकाय नमः

    58. ॐ बलिने नमः

    59. ॐ बृन्दावनान्त सञ्चारिणे नमः

    60. ॐ तुलसीदाम भूषनाय नमः

    61. ॐ स्यमन्तकमणेर्हर्त्रे नमः

    62. ॐ नरनारयणात्मकाय नमः

    63. ॐ कुब्जा कृष्णाम्बरधराय नमः

    64. ॐ मायिने नमः

    65. ॐ परमपुरुषाय नमः

    66. ॐ मुष्टिकासुर चाणूर मल्लयुद्ध विशारदाय नमः

    67. ॐ संसारवैरिणे नमः

    68. ॐ कंसारये नमः

    69. ॐ मुरारये नमः

    70. ॐ नाराकान्तकाय नमः

    71. ॐ अनादि ब्रह्मचारिणे नमः

    72. ॐ कृष्णाव्यसन कर्शकाय नमः

    73. ॐ शिशुपालशिरश्छेत्रे नमः

    74. ॐ दुर्योधनकुलान्तकाय नमः

    75. ॐ विदुराक्रूर वरदाय नमः

    76. ॐ विश्वरूपप्रदर्शकाय नमः

    77. ॐ सत्यवाचे नमः

    78. ॐ सत्य सङ्कल्पाय नमः

    79. ॐ सत्यभामारताय नमः

    80. ॐ जयिने नमः

    81. ॐ सुभद्रा पूर्वजाय नमः

    82. ॐ विष्णवे नमः

    83. ॐ भीष्ममुक्ति प्रदायकाय नमः

    84. ॐ जगद्गुरवे नमः

    85. ॐ जगन्नाथाय नमः

    86. ॐ वेणुनाद विशारदाय नमः

    87. ॐ वृषभासुर विध्वंसिने नमः

    88. ॐ बाणासुर करान्तकाय नमः

    89. ॐ युधिष्ठिर प्रतिष्ठात्रे नमः

    90. ॐ बर्हिबर्हावतंसकाय नमः

    91. ॐ पार्थसारथये नमः

    92. ॐ अव्यक्ताय नमः

    93. ॐ गीतामृत महोदधये नमः

    94. ॐ कालीय फणिमाणिक्य रञ्जित श्री पदाम्बुजाय नमः

    95. ॐ दामोदराय नमः

    96. ॐ यज्ञभोक्त्रे नमः

    97. ॐ दानवेन्द्र विनाशकाय नमः

    98. ॐ नारायणाय नमः

    99. ॐ परब्रह्मणे नमः

    100. ॐ पन्नगाशन वाहनाय नमः

    101. ॐ जलक्रीडा समासक्त गोपीवस्त्रापहाराकाय नमः

    102. ॐ पुण्य श्लोकाय नमः

    103. ॐ तीर्थकृते नमः

    104. ॐ वेदवेद्याय नमः

    105. ॐ दयानिधये नमः

    106. ॐ सर्वभूतात्मकाय नमः

    107. ॐ सर्वग्रह रुपिणे नमः

    108. ॐ परात्पराय नमः

    यह भी पढ़ें: Masik Janmashtami 2024: कार्तिक महीने में कब है मासिक कृष्ण जन्माष्टमी? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं पूजा विधि

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।