जानें, निर्जला उपवास क्या है और क्या हैं इसके फायदे
जब आपका फ़ास्ट पूरा हो जाए तो आप कार्बनिक चीज़ों जैसे सलाद और जूस का सेवन कर सकते हैं। ड्राई फास्टिंग का फायदा तब देखने को मिलता है जब आप इसे नियमित रूप से करते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Dry Fasting: सभी धर्मों में उपवास रखने का विधान है। खासकर हिन्दू धर्म में सप्ताह के सातों दिन उपवास रखा जाता है। साथ ही तन-मन की शुद्धि और बढ़ते वजन को कम करने के लिए भी उपवास किया जाता है। उपवास कई तरह के होते हैं, जिनमें एक निर्जला उपवास है, जिसे अंग्रेजी में ड्राई फास्टिंग कहते हैं। इस उपवास के दौरान लोग दिन भर बिना अन्न और जल ( भोजन और पानी ) के रहते हैं। हाल के वर्षों में निर्जला उपवास का ट्रेंड बढ़ा है। अगर आप भी ड्राई फास्टिंग करने की सोच रहे हैं तो इन बातों को जरूर जान लें-
-ड्राई फास्टिंग करने से पहले अपने शरीर को संतुलित जरूर कर लें। इसके लिए आप एक सप्ताह पहले से खूब पानी पिएं, ताकि आपके शरीर में पानी की कमी न हो।
-इस फ़ास्ट को रखने से पहले आप फ्रूट फ़ास्ट, जूस फ़ास्ट आदि कर सकते हैं। इससे आपको अपनी शारीरिक क्षमता का आभास हो जाएगा कि आप कर सकते हैं या नहीं कर सकते हैं।
-जब आप पहली बार ड्राई फ़ास्ट रखें तो 12 घंटों से अधिक न रखें। शरीर में अन्य चीज़ों को बनने और तैयार होने में कम से कम 24 से 36 घंटे लगते हैं।
-अगर आप फ़ास्ट के दौरान जी मचलना, उल्टी, बेहोशी और तेज़ प्यास महसूस करते हैं तो फ़ास्ट को तोड़ दें।
-अगर टॉक्सीन के साथ उपवास करते हैं तो जी मचलना, उल्टी, बेहोशी की समस्याएं आती हैं।
-जब आपका फ़ास्ट पूरा हो जाए तो आप कार्बनिक चीज़ों, जैसे सलाद और जूस का सेवन कर सकते हैं। ड्राई फास्टिंग का फायदा तब देखने को मिलता है, जब आप इसे नियमित रूप से करते हैं।
इसे करने से शरीर में कई फायदे होते हैं
यह ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित करता है, ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करता है, कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करने में सहायक होता है।
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