Ravivar Ke Upay: पाना चाहते हैं सरकारी नौकरी, तो रविवार के दिन करें ये खास उपाय
Ravivar Ke Upay धार्मिक ग्रंथों में निहित है कि द्रौपदी भी सूर्य की पूजा करती थी। कार्तिक मास की षष्ठी तिथि को विशेष पूजा यानी छठ पूजा करती थी। ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में सूर्य मजबूत होने से जातक को शीघ्र नौकरी मिल जाती है। साथ ही कारोबार में मन मुताबिक तरक्की मिलती है। इसके लिए रविवार के दिन सूर्यदेव की विशेष पूजा करनी चाहिए।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Ravivar Ke Upay: सनातन धर्म में रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान भास्कर की पूजा-उपासना की जाती है। आदिकाल से सूर्य की उपासना की जाती है। भगवान श्रीकृष्ण के पुत्र सांब ने सूर्यदेव की कठिन तपस्या की थी। सांब की कठिन भक्ति से प्रसन्न होकर सूर्य देव ने साम्ब को आरोग्य जीवन का वरदान दिया था। सूर्य देव की कृपा से साम्ब को कुष्ठ रोग से मुक्ति मिली थी। महाबली कर्ण भी सूर्य देव की नित-प्रतिदिन पूजा उपासना करते थे। धार्मिक ग्रंथों में निहित है कि द्रौपदी भी सूर्य की पूजा करती थी। कार्तिक मास की षष्ठी तिथि को विशेष पूजा यानी छठ पूजा करती थी। ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में सूर्य मजबूत होने से जातक को शीघ्र नौकरी मिल जाती है। साथ ही कारोबार में मन मुताबिक तरक्की मिलती है। इसके लिए रविवार के दिन सूर्यदेव की विशेष पूजा-उपासना करनी चाहिए। अगर आप भी सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं, तो रविवार के दिन ये उपाय जरूर करें। आइए जानते हैं-
रविवार के दिन करें ये उपाय
- रविवार के दिन जल में लाल फूल और सिंदूर डालकर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दें। इस समय ॐ सूर्याय नमः और निम्न मंत्र का उच्चारण करें।
एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते।
अनुकम्पय मां देव गृहाणार्घ्य दिवाकर।।
- कुंडली में सूर्य, गुरु और मंगल मजबूत होने से शीघ्र सरकारी नौकरी मिल जाती है। इसके लिए हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें। ऐसा माना जाता है कि हनुमान चालीसा के पाठ से सभी मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं।
- मनोकामना पूर्ति हेतु रविवार के दिन बरगद के पत्ते पर अपनी मनोकामना लिखकर बहते जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय को करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
-रविवार के दिन सूर्य भगवान को प्रसन्न करने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें। इससे कुंडली में सूर्य मजबूत होता है।
- रविवार के दिन पूजा-उपासना करने के बाद गाय को आटा और गुड़ खिलाएं। इससे जातक को सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
सूर्य कवच का पाठ करें
श्रणुष्व मुनिशार्दूल सूर्यस्य कवचं शुभम्।
शरीरारोग्दं दिव्यं सव सौभाग्य दायकम्।।
देदीप्यमान मुकुटं स्फुरन्मकर कुण्डलम।
ध्यात्वा सहस्त्रं किरणं स्तोत्र मेततु दीरयेत्।।
शिरों में भास्कर: पातु ललाट मेडमित दुति:।
नेत्रे दिनमणि: पातु श्रवणे वासरेश्वर:।।
ध्राणं धर्मं धृणि: पातु वदनं वेद वाहन:।
जिव्हां में मानद: पातु कण्ठं में सुर वन्दित:।।
सूर्य रक्षात्मकं स्तोत्रं लिखित्वा भूर्ज पत्रके।
दधाति य: करे तस्य वशगा: सर्व सिद्धय:।।
सुस्नातो यो जपेत् सम्यग्योधिते स्वस्थ: मानस:।
सरोग मुक्तो दीर्घायु सुखं पुष्टिं च विदंति।।
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