Govardhan Puja 2023: आज है गोवर्धन पूजा, नोट करें शुभ मुहूर्त, योग एवं पूजा-विधि
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि दोपहर 02 बजकर 36 मिनट तक है। इसके पश्चात द्वितीया तिथि शुरू हो जाएगी। साधक दोपहर तक गोवर्धन पूजा कर सकते हैं। सनातन धर्म में उदया तिथि मान्य है। अतः गोवर्धन पूजा आज मनाई जा रही है। साथ ही भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक पर्व भाई दूज भी आज मनाया जा रहा है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Govardhan Puja 2023: हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। तदनुसार, देश भर में आज गोवर्धन पूजा मनाई जा रही है। इस शुभ अवसर पर साधक जगत के पालनहार भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना करते हैं। शास्त्रों में निहित है कि भगवान श्रीकृष्ण के शरण-चरण में रहने से साधक के समस्त दुख और संताप दूर हो जाते हैं। साथ ही जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। अगर आप भी जीवन में व्याप्त दुख और संकट से निजात पाना चाहते हैं, तो आज गोवर्धन पूजा पर इस विधि से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करें।
शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि आज दोपहर 02 बजकर 36 मिनट तक है। इसके पश्चात, द्वितीया तिथि शुरू हो जाएगी। अतः साधक दोपहर तक गोवर्धन पूजा कर सकते हैं। सनातन धर्म में उदया तिथि मान्य है। अतः गोवर्धन पूजा आज मनाई जा रही है। साथ ही भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक पर्व भाई दूज भी आज मनाया जा रहा है।
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योग
आज गोवर्धन पूजा पर शोभन योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 01 बजकर 47 मिनट तक है। ज्योतिष शोभन योग को शुभ मानते हैं। इस योग में पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होती है। साथ ही शुभ कार्य कर सकते हैं। इसके अलावा, बव करण का निर्माण दोपहर 02 बजकर 36 मिनट तक है।
पूजा विधि
आज दैनिक कार्यों से निवृत होने के बाद गाय के गोबर से घर के आंगन में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की छवि बनाएं। इसके बाद गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें। अब आचमन कर स्वयं को शुद्ध करें और व्रत संकल्प लें। नवीन वस्त्र धारण कर सूर्यदेव को जल का अर्घ्य दें। इसके पश्चात, गोवर्धन पूजा करें। इस समय पंचोपचार कर फल, फूल, दूध, दही, खीर, माखन, मिश्री, बताशे आदि चीजों से भगवान की पूजा करें। पूजा के समय मंत्र जाप करें। इसके बाद अंकित गोवर्धन जी की प्रदक्षिणा करें। पूजा के अंत में आरती-अर्चना करें। पूजा समापन के बाद गौ माता को गुड़ एवं चावल अवश्य खिलाएं। इस उपाय को करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
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