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    Ganesh Visarjan 2022: अनंत चतुर्दशी सहित इन तिथियों पर गणेश विसर्जन करना शुभ, जानिए मुहूर्त

    By Shivani SinghEdited By:
    Updated: Mon, 05 Sep 2022 12:05 PM (IST)

    Ganesh Visarjan 2022 कुछ भक्त गणेश चतुर्थी के दिन ही या फिर डेढ़ दिन तीन पांच सात दिन में गणपति जी का विधिवत विसर्जन कर देते हैं। अगर आप भी घर पर भगवान गणेश की मूर्ति को स्थापित किया है तो जान लें शुभ मुहूर्त।

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    Ganesh Visarjan 2022: अनंत चतुर्दशी सहित पर किस समय करें गणेश विसर्जन, जानिए शुभ मुहूर्त

    नई दिल्ली, Ganesh Visarjan 2022: गणेश चतुर्थी के साथ शुरू हो चुका गणेश उत्सव का पर्व पूरे 10 दिनों तक चलते हुए अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है। इस साल  अनंत चतुर्दशी 9 सिंतबर को है। बता दें कि कई भक्त पूरे 10 दिन घर में गणपति बप्पा की सेवा करते हैं, तो कुछ भक्त गणेश चतुर्थी के दिन ही या फिर डेढ़ दिन, तीन, पांच, सात दिन में गणपति जी का विधिवत विसर्जन कर देते हैं। अगर आप भी घर पर भगवान गणेश की मूर्ति को स्थापित किया है, तो जान लें अनंत चतुर्दशी के साथ अन्य तिथियों का शुभ मुहूर्त।

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    Ganesh Chaturthi 2022: कैसे करें गणपति बप्पा की विदाई, जानिए विसर्जन की संपूर्ण विधि

    गणेश विसर्जन 2022 तिथियों के हिसाब से शुभ मुहूर्त

    अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त

    शुभ चौघड़िया मुहूर्त

    प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) - सुबह 06 बजकर 03 मिनट से सुबह 10 बजकर 44 मिनट तक

    अपराह्न मुहूर्त (चर) - शाम 05 बजे से शाम 06 बजकर 34 मिनट तक

    अपराह्न मुहूर्त (शुभ) - दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से 01 बजकर 52 मिनट तक

    रात्रि मुहूर्त (लाभ) रात-09 बजकर 26 मिनट से 10 बजकर 52 मिनट तक

    रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) - देर रात 12 बजकर 18 मिनट से 10 सितंबर सुबह 04 बजकर 37 मिनट तक

    गणेश चतुर्थी पर गणेश विसर्जन-31 अगस्त 2022, बुधवार

    गणेश विसर्जन के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त

    अपराह्न मुहूर्त (चर, लाभ) - 31 अगस्त दोपहर 03 बजकर 33 मिनट से शाम 06 बजकर 44 मिनट तक

    सायाह्न मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) - रात 08 बजकर 08 मिनट से 1 सितंबर तड़के 12 बजकर 21 मिनट तक

    उषाकाल मुहूर्त (लाभ) - सुबह 03 बजकर 10 मिनट से 04 बजकर 35 मिनट तक

    डेढ़ दिन के बाद गणेश विसर्जन - 1 सितंबर 2022

    गणेश विसर्जन के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त

    प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) - 1 सिंतबर दोपहर 12 बजकर 21 मिनट से 03 बजकर 32 मिनट तक

    अपराह्न मुहूर्त (शुभ) - शाम 05 बजकर 07 मिनट से 06 बजकर 43 मिनट तक

    सायाह्न मुहूर्त (अमृत, चर) - शाम 06 बजकर 43 मिनट से रात 09 बजकर 32 मिनट तक

    रात्रि मुहूर्त (लाभ) - 2 सितंबर में तड़के 12 बजकर 21 मिनट से 01 बजकर 46 मिनट तक

    उषाकाल मुहूर्त (शुभ, अमृत) - 2 सितंबर सुबह 03 बजकर 10 मिनट से 05 बजकर 59 मिनट तक

    तीसरे दिन गणेश विसर्जन- 2 सितंबर 2022

    गणेश विसर्जन के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त

    प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) - सुबह 05 बजकर 59 मिनट से 10 बजकर 45 मिनट से

    अपराह्न मुहूर्त (चर) - शाम 05 बजकर 06 मिनट से 06 बजकर 42 मिनट तक

    अपराह्न मुहूर्त (शुभ) - दोपहर 12 बजकर 21 मिनट से 01 बजकर 56 मिनट तक

    रात्रि मुहूर्त (लाभ) - रात 09 बजकर 31 मिनट से 10 बजकर 56 मिनट तक

    रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) - 3 सितंबर तड़के 12 बजकर 21 मिनट तक 04 बजकर 35 मिनट तक

    पांचवें दिन गणेश विसर्जन- 4 सितंबर 2022, रविवार

    गणेश विसर्जन के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त

    प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) - सुबह 07 बजकर 35 मिनट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक

    अपराह्न मुहूर्त (शुभ) - दोपहर 01 बजकर 55 मिनट तक 03 बजकर 30 मिनट तक

    सायाह्न मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) - शाम 06 बजकर 39 मिनट तक रात 10 बजकर 55 मिनट तक

    रात्रि मुहूर्त (लाभ) - 5 सितंबर तड़के 01 बजकर 45 मिनट से 03 बजकर 11 मिनट तक

    उषाकाल मुहूर्त (शुभ) - सुबह 04 बजकर 36 मिनट से 06 बजकर 01 मिनट तक।

    सातवें दिन गणेश विसर्जन- 6 सितंबर 2022

    गणेश विसर्जन के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त

    प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) -सुबह 09 बजकर 10 10 मिनट से दोपहर 01 बजकर 54 मिनट तक

    अपराह्न मुहूर्त (शुभ) - दोपहर 03 बजकर 28 मिनट से 05 बजकर 03 मिनट तक

    सायाह्न मुहूर्त (लाभ) - रात 08 बजकर 03 मिनट से रात 09 बजकर 28 मिनट तक

    रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) - रात 10 बजकर 54 मिनट तक 7 सितंबर सुबह 03 बजकर 11 मिनट तक

    Pic Credit- Freepik

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    गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर बधाई एवं शुभकामनाएं, इस अवसर पर सभी की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना है। कोई भी नया काम शुरू करने से पहले गणेश जी की आराधना से आगे आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। भगवान गणपति ने माता-पिता के प्रति सदैव आदर एवं सम्मान का भाव रखा। इससे प्रेरणा लेकर हमें भी अपने बुजुर्गों, माता-पिता और बड़ों के प्रति सम्मान रखना चाहिए। इस अवसर पर प्रदेशवासियों से अपील है कि वे गणेश चतुर्थी के पर्व को भाईचारे, सौहार्द्र एवं उल्लास के साथ मनाएं।

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    - Ashok Gehlot (@gehlotashok) 31 Aug 2022