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    Diwali 2021: दीपावली के दिन करें भगवान गणेश के इन मंत्रों और आरती का पाठ, होगा शुभ-लाभ

    By Jeetesh KumarEdited By:
    Updated: Thu, 04 Nov 2021 10:20 AM (IST)

    Diwali 2021 भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता माना जाता है। दीपावली के दिन भगवान गणेश का पूजन उनके आवहन मंत्र से शुरू होता हैं और पूजन का अतं उनकी आरती से किया जाता है। आइए जानते हैं भगवान गणेश का आवाहन मंत्र और आरती.....

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    Diwali 2021: दीपावली के दिन करें भगवान गणेश के इन मंत्रों और आरती का पाठ, होगा शुभ-लाभ

    Diwali 2021: दीपावली के दिन गणेश-लक्ष्मी के पूजन का विधान है। इस दिन प्रथम पूज्य भगवान गणेश और सुख-समृद्धि की दात्री मां लक्ष्मी का पूजन होता है। कल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन दीपावली का त्योहार मनाया जाएगा। दीपावली के दिन लक्ष्मी-गणेश के पूजन के साथ धन के देवता कुबेर, इंद्र, मां सरस्वती और मां काली का पूजन किया जाता है। मान्यता है कि दीपावली के दिन भगवान गणेश का पूजन कर ऋद्धि-सिद्धि और शुभ-लाभ की प्राप्ति की जाती है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता माना जाता है। दीपावली के दिन भगवान गणेश का पूजन उनके आवहन मंत्र से शुरू होता हैं और पूजन का अतं उनकी आरती से किया जाता है। आइए जानते हैं भगवान गणेश का आवाहन मंत्र और आरती.....

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    गणेश जी का आवाहन मंत्र -

    आगच्छ भगवन्देव स्थाने चात्र स्थिरो भव।

    यावत्पूजा करिष्यामि तावत्वं सन्निधौ भव।।

    श्री गणेश बीज - ऊँ गं गणपतये नमः ।।

    गजाननं भूतगणादिसेवितम कपित्थजम्बू फल चारू भक्षणं।

    उमासुतम शोक विनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वर पादपंकज्।।

    वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

    गणेश जी की आरती -

    जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।

    माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥

    एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी ।

    माथे सिंदूर सोहे, मूस की सवारी ॥

    जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।

    माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥

    पान चढ़े फल चढ़े और चढ़े मेवा ।

    लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा ॥

    जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।

    माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥

    अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया ।

    बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥

    जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ।

    माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥

    'सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा ।

    माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥

    डिसक्लेमर

    'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'