Dev Diwali 2022: इस साल देव दिवाली पर चंद्रग्रहण का साया, जानिए देव दीपावली की सही तिथि, कारण और महत्व
Dev Diwali 2022 इस साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण के साथ देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। पूर्णिमा तिथि दो दिन होने के कारण देव दीपावली की तिथि को लेकर काफी असमंजस है। जानिए देव दिवाली किस दिन मनाना होगा शुभ।

नई दिल्ली, Dev Diwali 2022: हर साल देव दिवाली का पर्व दीपावली के 15 दिनों के बाद मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार,कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि के दिन देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। लेकिन इस साल इस दिन चंद्र ग्रहण भी पड़ रहा है। ऐसे में देव दिवाली की तिथि को लेकर थोड़ा सा असमंजस है कि आखिर किस दिन देव दिवाली का पर्व मनाना शुभ होगा।
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि देव दिवाली के दिन देवता काशी की पवित्र भूमि में आते हैं। इसी कारण इस दिन काशी के नदी तट को दीपों से सजाया जाता है।
देव दीपावली 2022 तिथि और शुभ मुहूर्त
तिथि- 7 नवंबर 2022, सोमवार
कार्तिक पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - 7 नवंबर 2022 को शाम 0 4 बजकर 15 मिनट से शुरू
कार्तिक पूर्णिमा तिथि समाप्त - 8 नवंबर 2022 को शाम 04 बजकर 31 मिनट तक
प्रदोष काल देव दीपावली मुहूर्त - शाम 05 बजकर 14 मिनट से 07 बजकर 49 मिनट तक
अवधि - 02 घंटे 35 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:43 से दोपहर 12:26 मिनट तक
कब है चंद्र ग्रहण 2022?
साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण भारतीय समय के अनुसार 8 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से शाम 7 बजकर 27 बजे तक लगेगा।
देव दीपावली 2022 महत्व
देव दिवाली का पर्व खास दीपावली के 15 दिनों के बाद मनाई जाती है। इस दिन गंगा स्नान का अधिक महत्व है माना जाता है कि इस दिन देवता धरती में आकर गंगा स्नान करते हैं। इसके साथ ही दीपदान करना भी शुभ माना जाता है।
क्यों कहा जाता है देव दिवाली?
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को ही भगवान शिव से त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था। इसी कारण इस दिन को खुशियों के रूप में मनाया जाता है। इस राक्षस के वध होने से देवी-देवताओं से खुशियां मनाई थी और काशी की तट पर दीपक जलाए थे। इसी कारण हर साल इस दिन दीपदान और स्नान करना का शुभ माना जाता है।
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