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    Maa Kalratri Aarti And Puja Mantra: आज करें मां कालरात्रि की आरती, इन मंत्रों के जाप से देवी को करें प्रसन्न

    By Kartikey TiwariEdited By:
    Updated: Tue, 31 Mar 2020 10:02 AM (IST)

    Maa Kalratri Aarti And Puja Mantra आज मां कालरात्रि को प्रसन्न करने के लिए उनके बीज मंत्र स्तुति प्रार्थना मंत्रों का जाप करना चाहिए। इसके पश्चात मां कालरात्रि की आरती करें।

    Maa Kalratri Aarti And Puja Mantra: आज करें मां कालरात्रि की आरती, इन मंत्रों के जाप से देवी को करें प्रसन्न

    Maa Katyayani Aarti And Puja Mantra: आज चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मां कालरात्रि की पूजा करने का विधान है। मां दुर्गा की सातवीं स्वरूप और चार भुजाओं वाली मां कालरात्रि असुर रक्तबीज का संहार करने के लिए उत्पन्न हुई थीं। मां कालरात्रि को शुभंकरी भी कहते हैं। आज आपको मां कालरात्रि को प्रसन्न करने के लिए नीचे दिए गए उनके बीज मंत्र, स्तुति, प्रार्थना मंत्रों का जाप करना चाहिए। इसके पश्चात मां कालरात्रि की आरती करें। आपकी पूजा-अर्चना से प्रसन्न होकर मां कालरात्रि शुभ फल देंगी। 

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    मां कालरात्रि की स्तुति

    या देवी सर्वभू‍तेषु मां कालरात्रि रूपेण संस्थिता।

    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

    मां कालरात्रि की प्रार्थना

    एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।

    लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्त शरीरिणी॥

    वामपादोल्लसल्लोह लताकण्टकभूषणा।

    वर्धन मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥

    मां कालरात्रि बीज मंत्र

    क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम:।

    मंत्र

    1. ज्वाला कराल अति उग्रम शेषा सुर सूदनम।

    त्रिशूलम पातु नो भीते भद्रकाली नमोस्तुते।।

    2. ओम देवी कालरात्र्यै नमः।

    मां कालरात्रि की आरती/Maa Kalratri Ki Aarti

    कालरात्रि जय-जय-महाकाली।

    काल के मुह से बचाने वाली।

    दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा।

    महाचंडी तेरा अवतार।

    पृथ्वी और आकाश पे सारा।

    महाकाली है तेरा पसारा।

    खड्ग खप्पर रखने वाली।

    दुष्टों का लहू चखने वाली।

    कलकत्ता स्थान तुम्हारा।

    सब जगह देखूं तेरा नजारा।

    सभी देवता सब नर-नारी।

    गावें स्तुति सभी तुम्हारी।

    रक्तदंता और अन्नपूर्णा।

    कृपा करे तो कोई भी दुःख ना।

    ना कोई चिंता रहे बीमारी।

    ना कोई गम ना संकट भारी।

    उस पर कभी कष्ट ना आवें।

    महाकाली मां जिसे बचावे।

    तू भी भक्त प्रेम से कह।

    कालरात्रि मां तेरी जय।

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    मां कालरात्रि की पूजा का महत्व

    चैत्र नवरात्रि के सातवों दिन मां कालरात्रि की पूजा करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही उसे किए गए अपने कर्मों के शुभ फल की प्राप्ति होती है। मां कालरात्रि की पूजा करने से आकस्मिक संकटों से रक्षा होती है। मां कालरात्रि का स्वरूप अद्भुत है। उनका शरीर कृष्ण वर्ण यानी काले रंग का है, इसलिए भी उनको कालरात्रि के नाम से पुकारते हैं।

    आज क्या करें

    आज के दिन आप मां कालरात्रि का पूजा में रातरानी का फूल अर्पित करें। रातरानी का फूल माता कालरात्रि को बेहद प्रिय है। ऐसा करने से माता जल्द प्रसन्न होंगी और आपके मनोकामनाओं की पूर्ति करेंगी।