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    Basant Panchami 2024: मां सरस्वती की पूजा में करें इस स्तुति का जाप, जीवन का होगा उद्धार

    By Kaushik SharmaEdited By: Kaushik Sharma
    Updated: Tue, 13 Feb 2024 08:00 PM (IST)

    मां सरस्वती के जन्मोत्वस के रूप में हर साल माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। कहा जाता है कि बसंत पंचमी के दिन पूजा के दौरान सच्चे मन से मां सरस्वती स्तुति मंत्र का जाप करना चाहिए। मान्यता के अनुसार ऐसा करने से इंसान को निर्मल बुद्धि‍ क प्राप्ति‍ होती है।

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    Basant Panchami 2024: मां सरस्वती की पूजा में करें इस स्तुति का जाप

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Maa Saraswati Stuti Mantra: मां सरस्वती के जन्मोत्वस के रूप में हर साल माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस खास असवर पर पीले रंग के वस्त्र धारण कर मां सरस्वती की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से मां सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस बार बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी को है।

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    कहा जाता है कि बसंत पंचमी के दिन पूजा के दौरान मां सरस्वती स्तुति मंत्र का जाप करना चाहिए। मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से इंसान को निर्मल बुद्धि‍ की प्राप्ति‍ होती है और परीक्षा में सफलता हासिल होती है। इसके अलावा साधक के जीवन का उद्धार होता है।

    यह भी पढ़ें: Basant Panchami 2024: मां सरस्वती को प्रिय हैं ये वस्तुएं, पूजा के दौरान जरूर करें अर्पित

    मां सरस्वती स्तुति मंत्र

    या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता

    या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।

    या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता

    सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥'

    ध्यान मंत्र

    या कुन्देन्दु तुषारहार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता। या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।।

    या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता। सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा।।शुक्लां ब्रह्मविचारसारपरमांद्यां जगद्व्यापनीं। वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यांधकारपहाम्।।

    हस्ते स्फाटिक मालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्। वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्।।

    प्रतिष्ठा मंत्र

    ॐ भूर्भुवः स्वः सरस्वती देव्यै इहागच्छ इह तिष्ठ। इस मंत्र को बोलकर अक्षत छोड़ें। इसके बाद जल लेकर ‘एतानि पाद्याद्याचमनीय-स्नानीयं, पुनराचमनीयम्।

    बसंत पंचमी 2024 शुभ मुहूर्त

    पंचांग के अनुसार, माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का प्रारंभ 13 फरवरी को दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से हो गया है और इसके अगले दिन यानी 14 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 09 मिनट पर तिथि समाप्त होगी। ऐसे में बसंत पंचमी का पर्व 14 फरवरी को मनाया जाएगा। इस दिन आप मां सरस्वती की पूजा-अर्चना सुबह 07 बजकर 01 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक कर सकते हैं।

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    डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।