Baglamukhi Jayanti 2024: शत्रुओं पर विजय दिलाती हैं मां बगलामुखी, इस मंत्रों से करें प्रसन्न
मां बगलामुखी को तंत्र की देवी माना जाता है। देवी बगलामुखी के स्वरूप की बात करें तो देवी स्वर्ण वर्ण की हैं और एक अर्धचन्द्राकार चन्द्रमा उनके मस्तक पर सुशोभित रहता है। मां बगलामुखी अपने भक्तों के भय से मुक्त करती हैं और बुरी शक्तियों का नाश करती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं मां बगलामुखी की कृपा प्राप्ति के मंत्र।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Maa Baglamukhi Mantra: बगलामुखी दस महाविद्याओं में से आठवीं देवी हैं। पंचांग के अनुसार, हर साल वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मां बगलामुखी जयंती मनाई जाती है। ऐसे में साल 2024 में बगलामुखी जयंती 15 मई, बुधवार के दिन मनाई जाएगी। मान्यता है कि मां बगलामुखी की आराधना से शत्रुओं पर विजय प्राप्त की जा सकती है। इसके साथ ही मां बगलामुखी की पूजा प्रतियोगिताओं और अदालत के मामलों को जीतने के लिए भी की जाती है।
बगलामुखी मूल मंत्र -
ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै ह्लीं ॐ नमः॥
बगलागायत्री मंत्र -
ह्लीं बगलामुखी विद्महे दुष्टस्तंभनी धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात्॥
भय नाशक मंत्र -
ऊॅं ह्लीं ह्लीं ह्लीं बगले सर्व भयं हन
यदि आपके मन में हमेशा किसी न किसी प्रकार का भय बनी रहता है, तो ऐसी स्थिति में देवी के भय नाशक मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे आपको जीवन में विशेष लाभ देखने को मिल सकता है।
दुख-दर्द होगा दूर
“ऊँ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय,
जिह्ववां कीलय, बुद्धि विनाशय, ह्रीं ॐ स्वाहा”
मां बगलामुखी के इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए। ऐसा करने से मां बगलामुखी प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों के सभी कष्ट दूर करती हैं।
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कृपा प्राप्ति का मंक्ष
त्रिं जया बगलामुखी देवी
मां को खुश करने के लिए बगलामुखी जयंती पर इस मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से आपको शत्रुओं पर विजय और अदालती मुकदमों में सफलता मिल सकती है।
नजर नाशक मंत्र :-
'ॐ ह्लीं श्रीं ह्लीं पीताम्बरे तंत्र बाधाम नाशय नाशय'
यदि कोई जातक नजर दोष से परेशान है, तो ऐसे में रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जप करना चाहिए।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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