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    Mehandipur Balaji Mandir: मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में कितने बजे होती है आरती, जानें खास रहस्य

    Updated: Mon, 09 Jun 2025 01:32 PM (IST)

    राजस्थान में ऐसे कई मंदिर हैं जो किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है। वहीं मेहंदीपुर बालाजी मंदिर का संबंध हनुमान जी से है। यह मंदिर को भूत प्रेत से छुटकारा पाने के लिए बेहद प्रसिद्ध है। मंदिर (Mehandipur Balaji Mandir) में हनुमान जी के दर्शन करने के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं। आइए जानते हैं मंदिर से जुड़े रहस्यों के बारे में।

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    मेहंदीपुर बालाजी मंदिर से जुड़ी खास बातें

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान के दौसा जिले में मेहंदीपुर बालाजी मंदिर स्थित है।  इस मंदिर की मान्यताएं दूर-दूर तक फैली हैं। मंदिर में भक्त हनुमान जी के दर्शन और भूत-प्रेत की बाधा से छुटकारा पाने के लिए अधिक संख्या में आते हैं। मंदिर से जुड़े ऐसे कई रहस्य हैं, जो लोगों को हैरान कर देते हैं। इस मंदिर के प्रसाद को घर लाने की मनाही है। इसी वजह से प्रसाद को लेकर मंदिर चर्चा का विषय बना रहता है। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर से जुड़े रहस्यों और आरती समय के बारे में।

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    मेहंदीपुर बालाजी मंदिर आरती समय (Mehandipur Balaji Temple Timings)

    • मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में आरती (Balaji temple aarti schedule) सुबह की आरती 6 बजे से  6 बजकर 40 मिनट तक होती है।
    • इसके बाद 7 बजे से 11 बजे तक मंदिर के कपाट खुले रहते हैं।
    • श्रीबालाजी को 11 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक राजभोग लगाया जाता है।  
    • शाम को आरती 6 बजकर 30 मिनट से 7 बजकर 10 मिनट तक होती है।
    • आपकी जानकारी के लिए बता दें कि श्री बालाजी (Mehandipur Balaji darshan guide) के श्रृंगार के लिए सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को दोपहर 4 से 6 बजे तक दर्शन के कपाट बंद रहते हैं।

    मंदिर जाने से पहले के नियम

    इस मंदिर में जाने से पहले श्रद्धालु को नियम का पालन जरूर करना चाहिए। मंदिर जाने से पहले एक सप्ताह तक श्रद्धालु को प्याज, लहसुन, मांस और मदिरा का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। साथ ही ब्रह्मचर्य के नियम का पालन करें। इसके अलावा काले रंग के कपड़े भूलकर भी धारण न करें और सात्विक भोजन का सेवन करें। किसी के बारे में नकारात्मक न सोचें।

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    मेहंदीपुर बालाजी से प्रसाद के अलावा किसी भी तरह की कोई भी चीज को घर लेकर नहीं आना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मेहंदीपुर बालाजी से किसी चीज को घर लाने से घर नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है। इसी वजह से मेहंदीपुर बालाजी मंदिर से प्रसाद को भी घर लाने की मनाही है।

    मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में बजरंगबली के स्वरूप बालाजी विशेष पूजा-अर्चना होती है। दर्शन करने से प्रेत आत्मा से छुटकारा मिलता है। इस मंदिर में बालाजी महाराज और भैरव बाबा की मूर्ति स्थापित है।

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    Source-  https://shribalajimehandipur.org/

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।