Hanuman Temple: इस मंदिर में भक्त बोलकर नहीं, बल्कि लिखकर बताते हैं अपनी मनोकामना
भारत में ऐसे कई मंदिर स्थित हैं जो अपनी-अपनी मान्यताओं को लेकर लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक हनुमान मंदिर (Hanuman Mandir) के बारे में बताने जा रहे हैं जहां भगवान तक अपनी अरदास पहुंचाने का तरीका बहुत ही अनोखा है। चलिए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी मान्यताएं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आज हम आपको जयपुर में स्थित हनुमान जी के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां लोग अपनी मनोकामनाएं बोलकर नहीं, बल्कि लिखकर बताते हैं। अर्थात इस मंदिर में चिट्ठी लिखकर लोग हनुमान जी कतक अपनी मनोकामनाएं पहुचाते हैं। इसलिए इन्हें चिट्ठी वाले हनुमान जी (Chitti wale Hanuman ji) के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं इस अद्भुत मंदिर के बारे में।
मंदिर की खासियत
जयपुर के इस अनोखे मंदिर की खासियत यह है, कि यहां स्थित हनुमान जी की की मूर्ति, रामायण पढ़ती हुई मुद्रा में है। साथ ही इस मंदिर को जो बात और भी खास बनाती है, वह यह है कि यहां भक्त अपनी मनोकामनाएं एक कागज पर लिखते हैं और हनुमान जी के चरणों में अर्पित करते हैं। माना जाता है कि इस तरह लिखी गई प्रार्थना को हनुमान जी जरूर पूरा करते हैं। यही वजह है कि यह मंदिर चिड्डी वाले हनुमान जी के नाम से प्रसिद्ध है।
(Picture Credit: Freepik) (AI Image)
मंदिर से जुड़ी मान्यताएं
मंदिर में हनुमान जी की दो प्रकार की मूर्तियां विराजमान हैं, जिसमे से एक सिंदूरी चोले से सुसज्जित हैं वहीं दूसरी मूर्ति में हनुमान जी रामायण का पाठ करते हुए नजर आ रहे हैं। मंदिर में आने वाले श्रद्धालु नौकरी पाने की इच्छा, कर्ज से मुक्ति, सुख-शांति आदि इच्छाएं चिट्ठी में लिखकर लाते हैं और हनुमान जी के चरणों में अर्पित कर देते हैं।
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चिट्टियों का क्या किया जाता है?
यह सारी चिट्टियां रोज इकट्ठा की जाती हैं और साल में एक बार पवित्र नदी में प्रवाहित कर दी जाती हैं।यह परंपरा काफी समय से चली आ रही है। लोगों का मानना है कि हनुमान जी उनके द्वारा लिखी गई चिट्ठियों को पढ़ते हैं और उनकी मनोकामनाएं जरूर पूरी करते हैं। बतां दें कि, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी चिट्ठी वाले हनुमान जी नाम का एक मंदिर है।
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