Ketu Gochar 2025: सिंह राशि के जातकों को कब मिलेगी मायावी ग्रह से मुक्ति? ऐसे करें केतु को प्रसन्न
रविवार का दिन सूर्य देव (Surya Dev Puja Vidhi) को समर्पित होता है। इस दिन सूर्य देव की पूजा एवं साधना की जाती है। सूर्य देव की आराधना करने से आरोग्यता का वरदान साधक को मिलता है। साथ ही सभी प्रकार के मानसिक एवं शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। न्याय के देवता शनिदेव मीन राशि में विराजमान हैं। मीन राशि में शनिदेव का गोचर कई राशि के जातकों के लिए मंगलकारी साबित हो रहा है। वहीं, कई राशि के जातकों को शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती से गुजरना पड़ रहा है। शनि की ढैय्या ढाई साल तक रहती है और साढ़ेसाती साढ़े सात साल तक रहती है।
मेष, मीन और कुंभ राशि के जातकों पर साढ़ेसाती चल रही है। वहीं, सिंह और धनु राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या चल रही है। इसके साथ ही सिंह राशि के जातकों को मायावी ग्रह से दो-चार होना पड़ रहा है। लेकिन क्या आपको पता है कि सिंह राशि के जातकों को कब मायावी ग्रह केतु से मुक्ति मिलेगी? आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
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सिंह राशि
आत्मा के कारक सूर्य देव सिंह राशि के स्वामी हैं और आराध्य जगत के पालनहार भगवान विष्णु हैं। इस राशि के जातकों पर सूर्य देव की विशेष कृपा बरसती है। उनकी कृपा से सिंह राशि वाले कारोबार में बेहतर करते हैं। सिंह राशि के जातक साहसी और ऊर्जावान होते हैं। इस राशि का शुभ रंग सुनहरा और शुभ अंक पांच है।
कब समाप्त होगी शनि की ढैय्या?
सिंह राशि के जातकों को 03 जून, 2027 को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। इस दिन न्याय के देवता शनिदेव राशि परिवर्तन करेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से कुंभ राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी। वहीं, मीन राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का तीसरा चरण शुरू होगा।
कब मिलेगी मायावी ग्रह से मुक्ति?
मायावी ग्रह केतु 05 दिसंबर, 2026 को राशि परिवर्तन करेंगे। इस दिन केतु सिंह राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर करेंगे। इस दिन से ही सिंह राशि के जातकों को मायावी ग्रह केतु से मुक्ति मिलेगी। वहीं, कुंभ राशि के जातकों को राहु से राहत मिलेगी।
करें ये उपाय
सिंह राशि के जातक रोजाना सूर्य देव को जल अर्पित करें। साथ ही सोमवार और शनिवार के दिन गंगाजल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इसके साथ ही रोजाना पूजा के समय हनुमान चालीसा का पाठ करें। इन उपायों को करने से मायावी ग्रह केतु से मुक्ति मिलेगी।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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