Shukra Gochar 2025: शुक्र करेंगे कन्या राशि में गोचर, इन राशियों की चमकेगी किस्मत
9 अक्टूबर 2025 को सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। कन्या राशि में शुक्र नीच के माने जाते हैं यानी उनकी भावनात्मक और आकर्षक ऊर्जा थोड़ी प्रैक्टिकल और सोच-समझ वाली हो जाती है। ऐसे में आइए एस्ट्रोलॉजर आनंद सागर पाठक से जानते हैं कि मेष से मिथुन राशि पर शुक्र गोचर का क्या प्रभाव पड़ेगा।

आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। शुक्र ग्रह को सौंदर्य, प्यार, लग्जरी और तालमेल के ग्रह हैं। शुक्र ग्रह राशि परिवर्तन करने वाले हैं, शुक्र कन्या राशि में गोचर करेंगे, जिससे राशि कुछ राशि के जातकों की किस्मत चमक सकती है और जीवन खुशहाल हो सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं मेष से मिथुन राशि के बारे में।
मेष राशि
शुक्र, जो आपकी दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं, अब छठे भाव में गोचर करेंगे — जिससे सेवा, सेहत और कामकाजी दिनचर्या पर ध्यान रहेगा। इस दौरान रिश्तों या कार्यस्थल के मतभेदों को सुलझाने की कोशिश करेंगे। पार्टनर के व्यवहार को ज़्यादा विश्लेषित करने या आलोचना करने से बचें। कर्ज़ चुकाने की प्लानिंग करनी पड़ सकती है। प्रोफेशनली, सहयोगियों के साथ धैर्य और ईमानदारी से काम करने पर अच्छे नतीजे मिलेंगे। बेवजह बहस से बचें। शुक्र की दृष्टि बारहवें भाव पर है — जिससे छुपी इच्छाएं या दूर के रिश्ते फिर से ध्यान खींच सकते हैं। आप तर्क और भावना का सही संतुलन बना पाएंगे।
उपाय:
a) हर शुक्रवार माता लक्ष्मी को सफेद फूल चढ़ाएं।
b) शुक्रवार को आवारा कुत्तों को दूध या ब्रेड खिलाएं।
वृषभ राशि
शुक्र, जो आपकी पहले और छठे भाव के स्वामी हैं, अब पांचवें भाव में रहेंगे — जिससे क्रिएटिविटी, रोमांस और बच्चों से जुड़े मामले प्रभावित होंगे। इस समय भावनाएं थोड़ा संयमित रहेंगी। प्रेम संबंधों में समझदारी और धैर्य जरूरी रहेगा। कामकाज में जो लोग लेखन, टीचिंग या डिजाइनिंग जैसे क्षेत्रों में हैं, उन्हें अनुशासन से फायदा मिलेगा। खर्चों को मैनेज करें और जोखिम से बचें। शुक्र की दृष्टि ग्यारहवें भाव पर है, जिससे मेहनत से धीरे-धीरे लाभ मिलेंगे। अहंकार से बचें और प्यार जताने के लिए छोटे-छोटे काम करें।
उपाय:
a) शुक्रवार को गाय को दही-चावल खिलाएं।
b) सफेद या हल्के रंग के कपड़े पहनें जिससे मन शांत रहेगा।
मिथुन राशि
शुक्र, जो आपकी बारहवें और पांचवें भाव के स्वामी हैं, अब चौथे भाव में गोचर करेंगे, जिससे घर, भावनाएं और पारिवारिक माहौल प्रभावित होगा। घर को बेहतर बनाने या परिवार से जुड़ाव बढ़ाने की इच्छा रहेगी। बात करते समय संवेदनशील रहें। प्रोफेशन में काम और भावनाओं के बीच संतुलन ज़रूरी रहेगा। शुक्र की दृष्टि दसवें भाव पर है, जिससे करियर में पहचान बढ़ सकती है, बशर्ते संवाद शांत और पेशेवर रहे। सच्चे भाव और सेवा भाव से आपको भीतर शांति मिलेगी।
उपाय:
a) शुक्रवार को ज़रूरतमंद महिलाओं को सफेद मिठाई या चावल दान करें।
b) रोज़ तुलसी के पास घी का दीपक जलाएं।
यह भी पढ़ें- Sharad Purnima 2025: शरद पूर्णिमा की रात से इन लोगों की बदलेगी तकदीर, पैसों की किल्लत होगी दूर
यह भी पढ़ें- Sharad Purnima 2025: शरद पूर्णिमा की रात चांद की रोशनी में क्यों रखी जाती है खीर? यहां पढ़ें धार्मिक महत्व
लेखक: श्री आनंद सागर पाठक, Astropatri.com, फीडबैक के लिए: hello@astropatri.com
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।