Shani Vakri 2025: 13 जुलाई से शनि मीन राशि में होंगे वक्री, मिथुन वालों के लिए कैसा बीतेगा ये समय
13 जुलाई से 30 नवंबर 2025 तक शनि देव वक्री अवस्था में मिथुन राशि के दशम भाव से गोचर करेंगे। वक्री शनि आपको अपने कार्यक्षेत्र और जीवन के लक्ष्यों पर फिर से सोचने का अवसर देंगे। यह समय आपके कामकाजी व्यवहार और सार्वजनिक छवि को मजबूत करने का है। चलिए ऐस्ट्रॉलजर आनंद सागर पाठक जी (astropatri.com) से जानते हैं इस बारे में।

आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। 13 जुलाई 2025 से शनि देव मीन राशि में वक्री होकर मिथुन राशि के दशम भाव में गोचर करेंगे। यह भाव आपके करियर, प्रतिष्ठा और सामाजिक स्थिति से जुड़ा होता है। इस दौरान कार्यस्थल पर विलंब, दबाव या निगरानी बढ़ सकती है।
वरिष्ठ अधिकारी उतने सहयोगी नहीं होंगे जितनी अपेक्षा है। इसलिए अपनी सार्वजनिक छवि और पेशेवर प्रतिष्ठा को संभालना इस समय सबसे जरूरी है। अनुशासन और आत्मनिरीक्षण ही इस समय के सबसे बड़े सहायक होंगे।
करियर -
आपको अपने करियर पथ पर फिर से विचार करने की ज़रूरत होगी। अगर आप अब तक जिम्मेदारियों से बचते आए हैं या सिर्फ तात्कालिक सफलता की उम्मीद करते थे, तो शनि का यह वक्री काल आपको सही रास्ते पर लाएगा। बॉस सख्त हो सकते हैं और काम का बोझ ज्यादा हो सकता है, लेकिन अब हार मानने का समय नहीं है।
यह समय काम की प्रणाली को फिर से व्यवस्थित करने, सोचने और दीर्घकालिक लक्ष्य तय करने का है। नौकरी बदलने के बजाय मौजूदा भूमिका को गहराई से निभाना बेहतर रहेगा। आपका परिश्रम तुरंत नहीं दिखेगा, लेकिन भविष्य में इसका फल जरूर मिलेगा।
फाइनेंस -
आर्थिक रूप से आपको पैसों की प्राप्ति में देरी या सरकारी/संस्थागत कामों में रुकावट महसूस हो सकती है। सभी कागजात और लेन-देन में पारदर्शिता रखें। शनि की दृष्टि द्वादश, चतुर्थ और सप्तम भाव पर है। यह पारिवारिक, संपत्ति या जीवनसाथी से जुड़े खर्चों में वृद्धि का संकेत देता है। व्यापार करने वालों को मंदी का सामना करना पड़ सकता है। इस समय जोखिम लेने से बचें और संयमित आर्थिक योजना अपनाएं। यदि आपने पहले से बचत कर रखी है, तो यह समय बिना तनाव के कट सकता है।
स्वास्थ्य -
करियर से जुड़ा तनाव रीढ़, घुटनों या पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। यदि आपका कार्य बैठकर करने वाला है, तो नियमित रूप से उठकर टहलना और शरीर को स्ट्रेच करना ज़रूरी है। गहरी साँस लेने वाले अभ्यास करें। शनि की यह अंतर्मुखी ऊर्जा आपको संतुलित जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करती है। अधिक कैफीन या उत्तेजक चीजों से बचें।
यह भी पढ़ें - Shani Vakri 2025: शनि वक्री का वृषभ राशि वालों पर क्या पड़ेगा असर, रखनी होंगी ये सावधानियां
परिवार -
काम के तनाव के कारण आप परिवार से थोड़ा दूर हो सकते हैं। माता-पिता या घर में किसी वरिष्ठ सदस्य से मतभेद हो सकता है। आपको कठोर या भावशून्य बनने से बचना चाहिए। यह समय आपके भावनात्मक परिपक्वता की परीक्षा ले रहा है। अपने परिवार के लिए समय निकालें, भले ही वह कम हो लेकिन सच्चा और गुणवत्तापूर्ण हो।
शिक्षा -
जो विद्यार्थी करियर या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए यह समय थकावट भरा हो सकता है। प्रगति धीरे-धीरे होगी, लेकिन लगातार प्रयास से अच्छे परिणाम मिलेंगे। यह समय आत्म-अध्ययन और करियर योजना के लिए सबसे उपयुक्त है। असफलता से निराश न हों, और व्यवस्थित रूप से अध्ययन करें।
निष्कर्ष -
दशम भाव में वक्री शनि का गोचर करियर में गंभीर पुनर्निर्माण का संकेत देता है। यह कर्म और कर्तव्य की पुकार है। भले ही यह समय थोड़ा भारी और निरुत्साही लग सकता है, लेकिन यह आपकी जीवन दिशा को शुद्ध और स्थायी सफलता के लिए तैयार करता है। अनुशासन, धैर्य और समर्पण ही आपकी सबसे बड़ी पूंजी हैं।
यह भी पढ़ें - Shani Vakri 2025: शनि मीन राशि में होंगे वक्री, इस जातक की चमकेगी किस्मत
उपाय -
- मंगलवार और शनिवार को “हनुमान चालीसा” का पाठ करें।
- शनिवार को पीपल के वृक्ष को काले तिल मिलाकर जल अर्पित करें और सात बार परिक्रमा करें।
- बुजुर्गों और ज्ञानी लोगों का सम्मान करें, उनसे परामर्श लें और आशीर्वाद प्राप्त करें।
- हर शनिवार को दक्षिण दिशा में तिल के तेल का दीपक जलाएं।
- ऑफिस की राजनीति और चुगली से दूरी बनाए रखें।
यह राशिफल श्री आनंद सागर पाठक, astropatri.com द्वारा लिखा गया है, अपने सुझाव और प्रतिक्रियाओं के लिए आप उन्हें hello@astropatri.com पर ईमेल कर सकते हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।