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    Nirjala Ekadashi 2025: यह निर्जला एकादशी लाएगी विशेष कृपा! मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से आर्थिक तंगी होगी दूर

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Thu, 05 Jun 2025 06:38 PM (IST)

    शुक्रवार का दिन धन की देवी मां लक्ष्मी (Nirjala Ekadashi 2025) को समर्पित होता है। इस दिन मां लक्ष्मी की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही वैभव लक्ष्मी व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक को मनोवांछित फल मिलता है। साथ ही जीवन में व्याप्त हर परेशानी दूर हो जाती है।

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    Nirjala Ekadashi 2025: मां लक्ष्मी को कैसे प्रसन्न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, शुक्रवार 06 जून को निर्जला एकादशी है। यह पर्व हर साल ज्येष्ठ महीने में मनाया जाता है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। शुक्रवार के दिन पड़ने के चलते इस व्रत का महत्व और बढ़ गया है। 

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    धार्मिक मत है कि देवी मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक की हर एक मनोकामना पूरी होती है। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। ज्योतिषियों की मानें तो निर्जला एकादशी के दिन मां लक्ष्मी की कृपा सभी जातकों पर बरसेगी। हालांकि, एक खास मूलांक के जातक पर धन की देवी मां लक्ष्मी विशेष कृपा बरसेगी। उनकी कृपा से धन की परेशानी दूर होगी। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

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    शुभ मूलांक

    देवी मां लक्ष्मी का प्रिय अंक 6 है। इस अंक का स्वामी सुखों के कारक शुक्र देव हैं। अतः 6 मूलांक के जातकों पर न केवल शुक्र देव, बल्कि मां लक्ष्मी की भी कृपा बरसती है। उनकी कृपा से मूलांक 6 के जातकों को जीवन में सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी प्रकार के शुभ कामों में सफलता मिलती है।

    लकी मूलांक

    जिन जातकों का जन्म 06, 15 और 24 तारीख के दिन हुआ रहता है। उनका मूलांक 6 होता है। यह मूलांक देवी मां लक्ष्मी को बेहद प्रिय है। इसके लिए 6 मूलांक के जातकों पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसेगी। धर्म-कर्म में रूचि बढ़ेगी। स्वभाव शांत और मिलनसार होगा। सोने या चांदी की खरीदारी कर सकते हैं। ज्वेलरी से जुड़े कारोबारियों को लाभ मिल सकता है। यश और कीर्ति फैलेगी। सरकारी तंत्र से लाभ मिलेगा। पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। निर्जला एकादशी के दिन पूजा के समय लक्ष्मी नारायण जी को कमल का पुष्प, कौड़ी, श्रीफल आदि चीजें अर्पित करें। साथ ही सफेद रंग की चीजों का दान करें।

    मां लक्ष्मी के मंत्र

    1. ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं त्रिभुवन महालक्ष्म्यै अस्मांक दारिद्र्य नाशय प्रचुर धन देहि देहि क्लीं ह्रीं श्रीं ॐ ।

    2. ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौं ॐ ह्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं सकल ह्रीं सौं ऐं क्लीं ह्रीं श्री ॐ।

    3. ॐ नमो ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं क्लीं क्लीं श्रीं लक्ष्मी मम गृहे धनं देही चिन्तां दूरं करोति स्वाहा ॥

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।