Vijaya Ekadashi 2025: विजया एकादशी पर शिववास योग समेत बन रहे हैं ये 3 अद्भुत संयोग, जीवन होगा खुशहाल
हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर विजया एकादशी (Vijaya Ekadashi 2025) व्रत किया जाता है। साथ ही भगवान विष्णु और धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना का करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार विजया एकादशी पर उपासना और व्रत करने से पापों से छुटकारा मिलता है। इस बार विजया एकादशी पर कई अद्भुत संयोग बन रहे हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में एकादशी तिथि का अधिक महत्व है। हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर विजया एकादशी व्रत किया जाता है। फाल्गुन माह में विजया एकादशी (Vijaya Ekadashi 2025) मनाई जाती है। इस एकादशी पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करना शुभ माना जाता है। इसके अलावा अन्न और धन का दान भी करना चाहिए।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, दान करने से धन लाभ के योग बनते हैं। विजया एकादशी पर कई शुभ योग बन रहे हैं, ऐसे में विष्णु जी की पूजा करना जीवन के लिए बेहद फलदायी साबित होगा। ऐसे में आइए जानते हैं विजया एकादशी की डेट और शुभ योग (Vijaya Ekadashi Shubh Yog) के बारे में।
विजया एकादशी 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Vijaya Ekadashi 2025 Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 23 फरवरी को दोपहर 01 बजकर 55 मिनट पर होगा। वहीं, तिथि का समापन अगले दिन यानी 24 फरवरी को दोपहर 01 बजकर 44 मिनट पर होगा। इस प्रकार विजया एकादशी 24 फरवरी को मनाई जाएगी।
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 11 मिनट से 06 बजकर 01 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 29 मिनट से 03 बजकर 15 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 15 मिनट से 06 बजकर 40 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 09 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक
यह भी पढ़ें: Ekadashi 2025 List: जनवरी से लेकर जुलाई तक, कब-कब एकादशी मनाई जाएगी? यहां देखें पूरी लिस्ट
विजया एकादशी 2025 शुभ योग (Vijaya Ekadashi Shubh Yog)
इस बार विजया एकादशी पर सिद्धि और शिववास योग बन रहे हैं। इसके अलावा पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का भी संयोग बनेगा। धार्मिक मान्यता है कि इन योग में विधिपूर्वक भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से सभी मुरादें पूरी होंगी और प्रभु की कृपा हमेशा बनी रहेगी।
विजया एकादशी पर करें इन चीजों का दान
- सनातन धर्म में हल्दी का प्रयोग शुभ और मांगलिक कामों में किया जाता है। यदि आप किसी ग्रह दोष का सामना कर रहे हैं, तो विजया एकादशी के दिन पूजा करने के बाद हल्दी का दान करें। मान्यता है कि हल्दी का दान करने से ग्रह दोष दूर होता है और मनचाहा करियर मिलता है।
- इसके अलावा अन्न और धन का दान करना जीवन के लिए शुभ माना जाता है। मान्यता है कि विजया एकादशी के दिन अन्न और धन का दान करने से जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होती।
यह भी पढ़ें: Falgun Ekadashi 2025: फाल्गुन माह में कब है विजया और आमलकी एकादशी? अभी नोट करें शुभ मुहूर्त
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।