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    Nirjala Ekadashi 2025: निर्जला एकादशी के दिन इस तरह करें लड्डू गोपाल का शृंगार, मुरलीधर की बरसेगी कृपा

    भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए एकादशी तिथि को शुभ माना जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi 2025) व्रत किया जाता है। इस दिन लड्डू गोपाल का विशेष शृंगार जरूर करें। इससे मुरलीधर प्रसन्न होंगे।

    By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Mon, 02 Jun 2025 11:35 AM (IST)
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    Nirjala Ekadashi 2025: लड्डू गोपाल की शृंगार विधि

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर निर्जला एकादशी का पर्व मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही व्रत किया जाता है।

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    धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस व्रत को करने से साधक को सभी एकादशियों का शुभ फल मिलता है। साथ ही पापों से छुटकारा मिलता है। इस दिन पूजा के दौरान लड्डू गोपाल का विशेष शृंगार जरूर करना चाहिए। इससे मुरलीधर प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि निर्जला एकादशी के दिन कैसे करें लड्डू गोपाल (Laddu Gopal Shringar Vidhi) का शृंगार।

    निर्जला एकादशी 2025 डेट और टाइम (Nirjala Ekadashi 2025 Date and Time)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर निर्जला एकादशी व्रत किया जाता है। इस वर्ष यह व्रत 6 जून को किया जाएगा।

    ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत- 06 जून को देर रात 02 बजकर 15 मिनट पर

    ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का समापन- 07 जून को सुबह 04 बजकर 47 मिनट पर

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    इस तरह करें लड्डू गोपाल का शृंगार (Laddu Gopal Shringar)

    • निर्जला एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठने के बाद स्नान करें।
    • साफ कपड़े धारण करें और सूर्य देव को अर्घ्य दें।
    • मंदिर की सफाई करें और गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें।
    • इसके बाद लड्डू गोपाल का पंचामृत से स्नान कराएं।
    • आखिरी में जल से स्नान कराएं।
    • उन्हें सुंदर वस्त्र पहनाएं।
    • मोरपंख एवं फूल माला पहनाएं।
    • चंदन का लेप लगाएं।
    • देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें।
    • लड्डू गोपाल के मंत्रों का जप करें।
    • प्रभु से जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें।
    • फल और मिठाई आदि चीजों का भोग लगाएं। भोग में तुलसी के पत्ते जरूर शामिल करें।

    इन बातों का रखें विशेष ध्यान

    स्नान करने के बाद ही लड्डू गोपाल का भोग बनाना चाहिए। इससे पहले रसोई और घर की साफ-सफाई करें। एक बात का खास ध्यान रखें कि लड्डू गोपाल को भोग प्लास्टिक के बर्तनों में नहीं लगाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस तरह की गलती करने से लड्डू गोपाल नाराज हो सकते हैं।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।