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    पुलवामा हमले की विधवाओं का प्रदर्शन जारी, गहलोत सरकार पर बरसी भाजपा; बोली- हम नहीं कर रहे कोई राजनीति

    By AgencyEdited By: Anurag Gupta
    Updated: Wed, 08 Mar 2023 03:34 PM (IST)

    भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा।भाजपा सांसद ने बुधवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के आवास के बाहर भी धरना दिया। दरअसल शहीद जवानों की पत्नियां 10 दिनों से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं।

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    पुलवामा हमले की विधवाओं का प्रदर्शन जारी, गहलोत सरकार पर बरसी भाजपा; बोली- हम नहीं कर रहे कोई राजनीति

    जयपुर, एएनआई। राजस्थान के जयपुर में पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की पत्नियां पिछले 10 दिनों से अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा।

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    'कुछ घंटे बाद मुख्यमंत्री ने बदला अपना रुख'

    भाजपा सांसद ने बुधवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के आवास के बाहर धरना दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के दो मंत्री मंगलवार को यहां आए। उन्होंने शहीद हुए जवानों की पत्नियों की मांगों को मान लिया और कहा कि उनके परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाएगी, लेकिन कुछ घंटे बाद मुख्यमंत्री ने अपना रुख बदल दिया।

    'कोई राजनीति नहीं कर रही भाजपा'

    किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि भाजपा कोई राजनीति नहीं कर रही है, हम केवल लोगों की सेवा कर रहे हैं। सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन चार साल हो गए और कुछ भी नहीं किया गया, जिसकी वजह से शहीद जवानों की पत्नियां अभी भी धरने पर बैठी हैं।

    इससे पहले भाजपा सांसद ने 28 फरवरी को गहलोत सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि पुलवामा हमले के दौरान कार्रवाई में 5 जवानों की मौत हो गई थी और पिछले 5 साल से उनकी बहादुर पत्नियां मुआवजे के लिए चक्कर काट रही हैं।

    'शहीदों के बच्चों का हक मारना उचित है क्या?'

    इस मामले में मंगलवार को अशोक गहलोत का भी बयान सामने आया। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के माध्यम से भाजपा पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का आरोप लगाया।

    उन्होंने कहा कि शहीदों के बच्चों का हक मारकर किसी अन्य रिश्तेदार को नौकरी देना कैसे उचित ठहराया जा सकता है? जब शहीद के बच्चे बालिग होंगे, तो उन बच्चों का क्या होगा? उनका हक मारना उचित है क्या?

    उन्होंने कहा कि भाजपा के कुछ नेता अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए शहीदों की वीरांगनाओं का इस्तेमाल कर उनका अनादर कर रहे हैं। यह कभी भी राजस्थान की परम्परा नहीं रही है। मैं इसकी निंदा करता हूं।