Rajasthan News: सरकारी अस्पताल से दो हजार बैग प्लाज्मा चोरी, सरकार ने शुरू की निजी अस्पतालों की जांच
चोरी किया गया यह प्लाज्मा जयपुर के निजी अस्पतालों में बेचा गया था। अब सरकार निजी अस्पतालों की जांच शुरू कर रही है। सबसे पहले सोनी अस्पताल के रिकार्ड की जांच की गई है। जांच में सामने आया कि प्लाज्मा चोरी के मामले में गिरफ्तार हुआ लैब टेक्निशियन किशन सहाय कटारिया और ब्लड बैंक का प्रभारी डॉ.सतेंद्र चौधरी अलग-अलग निजी ब्लड बैंक को प्लाज्मा बेचते थे। दोनों की मिलीभगत थी।

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित प्रदेश के सबसे बड़े जेकेलोन बच्चों के अस्पताल के ब्लड बैंक से प्लाज्मा चोरी के मामले की जांच में सामने आया कि आरोपित कर्मचारी ने दो हजार प्लाज्मा के बैग चोरी किए थे।
यह प्लाज्मा जयपुर के निजी अस्पतालों में बेचा गया था। अब सरकार निजी अस्पतालों की जांच शुरू कर रही है। सबसे पहले सोनी अस्पताल के रिकार्ड की जांच की गई है। जांच में सामने आया कि प्लाज्मा चोरी के मामले में गिरफ्तार हुआ लैब टेक्निशियन किशन सहाय कटारिया और ब्लड बैंक का प्रभारी डॉ.सतेंद्र चौधरी अलग-अलग निजी ब्लड बैंक को प्लाज्मा बेचते थे। दोनों की मिलीभगत थी।
प्लाज्मा चोरी कर रखता था अपनी कार में
बाद में दोनों में विवाद हो गया तो चौधरी ने अपने विश्वस्त कर्मचारियों से मिलकर कटारिया को प्लाज्मा चोरी करते हुए पकड़वा दिया। चौधरी को इस बात को पता था कि लगभग प्रतिदिन कटारिया प्लाज्मा चोरी कर अपनी कार में रखता है। मौका देखकर उन्होंने कटारिया को पकड़वा दिया।
काफी लंबे समय से चल रहा था चोरी का सिलसिला
जांच में सामने आया कि प्लाज्मा चोरी का सिलसिला काफी लंबे समय से चल रहा था। उधर फर्जी एनओसी से अंग प्रत्यारोपण मामले में प्रशासन ने सवाई मानसिंह अस्पताल के चिकित्सकों से अब तक कोई पूछताछ नहीं की है। सवाई मानसिंह अस्पताल में किड़नी सहित अंग प्रत्यारोपण करने वाले चिकित्सकों से पूछताछ नहीं करने पर सवाल उठ रहे हैं।
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