पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर सचिन पायलट ने दी श्रद्धांजलि, बोले- राजनीति में अपनी राय रखना बहुत महत्वपूर्ण
Rajasthan Congress कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे राजेश पायलट की आज पुण्यतिथि है। सचिन पायलट ने आज सुबह एक ट्वीट कर लिखा है कि न कभी उनके पिता ने सिद्धांतों से समझौता किया और न ही वह ऐसा करने वाले हैं।

जयपुर, एजेंसी। कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे राजेश पायलट की आज पुण्यतिथि है। इस मौके पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
दौसा में आयोजित एक कार्यक्रम में सचिन पायलट ने कहा कि 'अगर हमारे शासन में कोई कमी है तो हमें दूसरों को दोष दिए बिना उसे सुधारना चाहिए। मैंने किसी को बदनाम करने के लिए अपनी मांगों को आगे नहीं रखा। राजनीति में अपनी राय रखना बहुत महत्वपूर्ण है।'
सचिन पायलट कर सकते हैं बड़ा एलान
अटकलें लगाई जा रही है कि राजेश पायलट की पुण्यतिथि के मौके पर उनके बेटे और कांग्रेस के नेता सचिन पायलट कोई बड़ा एलान कर सकते हैं। सचिन पायलट ने आज सुबह एक ट्वीट में राजनीतिक संकेत देने की कोशिश भी की है जिसमें उन्होंने लिखा है कि न कभी उनके पिता ने सिद्धांतों से समझौता किया और न ही वह ऐसा करने वाले हैं।
सचिन पायलट का ट्वीट
सचिन पायलट ने अपने पिता की पुण्यतिथि के मौके पर ट्वीट कर लिखा, 'मेरे पूज्य पिताजी स्व. श्री राजेश पायलट जी की पुण्यतिथि पर उन्हें हृदय से नमन करता हूं। अपनी कर्मभूमि से उनका जुड़ाव, जनता से अपनेपन का रिश्ता और जनकल्याण के प्रति उनकी समर्पित कार्यशैली मेरे लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने जनहित को सर्वोपरि मानकर कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। उनके विचारों और आदर्शों का मैं सदैव अनुसरण करता रहूंगा।'
राजस्थान विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ेगी?
पायलट का यह ट्वीट ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस ने 10 जून को भरोसा जताया था कि राजस्थान में पार्टी के भीतर कलह का एक 'सकारात्मक समाधान' मिल जाएगा। जबकि कांग्रेस ने पहले ही उन खबरों को खारिज कर दिया है कि पायलट एक नई पार्टी बनाएंगे। पार्टी ने कहा है कि वह एकजुट होकर अगला राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने भी बयान जारी किया और कहा कि पार्टी राजस्थान विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ेगी।
मेरे पूज्य पिताजी स्व. श्री राजेश पायलट जी की पुण्यतिथि पर उन्हें हृदय से नमन करता हूँ।
अपनी कर्मभूमि से उनका जुड़ाव, जनता से अपनेपन का रिश्ता एवं जनकल्याण के प्रति उनकी समर्पित कार्यशैली मेरे लिए मार्गदर्शक हैं।
उन्होंने जनहित को सर्वोपरि मानकर कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता… pic.twitter.com/wjglt81SKG
— Sachin Pilot (@SachinPilot) June 11, 2023
खरगे से हुई थी मुलाकात
तनाव को कम करने के प्रयास में, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने पिछले सप्ताह अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ अलग-अलग चर्चा की थी। बैठकों के बाद, पार्टी ने कहा था कि गहलोत और पायलट आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने के लिए सहमत हुए हैं।
गहलोत बनाम पायलट
2018 में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही गहलोत और पायलट सत्ता के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 2020 में पायलट ने गहलोत सरकार के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया था, जिसके बाद उन्हें पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री के पदों से हटा दिया गया था। पायलट ने पिछले महीने राजे सरकार के दौरान कथित भ्रष्टाचार पर गहलोत की 'निष्क्रियता' पर निशाना साधते हुए एक दिन का अनशन भी किया था।
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