ERCP परियोजना रोकने को लेकर गहलोत ने केंद्रीय मंत्री शेखावत पर साधा निशाना, MP सरकार को उकसाने का लगाया आरोप
गहलोत गुरुवार को जयपुर के होमगार्ड निदेशालय के नये भवन का लोकार्पण करने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। गहलोत ने कहा ईआरसीपी का काम रुकवाने का प्रयास किया गया। मध्यप्रदेश से जानबूझकर आपत्ति करवाई गई।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 31 मई को अजमेर दौरे को लेकर पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का मुद्दा उठाया है। गहलोत ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम लिए बिना उन पर ईआरसीपी परियोजना रोकने के लिए मध्यप्रदेश सरकार को उकसाने का आरोप लगाया है।
गहलोत ने कहा- मध्यप्रदेश से जानबूझकर आपत्ति करवाई गई
गहलोत गुरुवार को जयपुर के होमगार्ड निदेशालय के नये भवन का लोकार्पण करने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। गहलोत ने कहा, ईआरसीपी का काम रुकवाने का प्रयास किया गया। मध्यप्रदेश से जानबूझकर आपत्ति करवाई गई। सीएम ने कहा, मुझे लगता है केंद्रीय मंत्री ने मध्यप्रदेश को भड़का कर आपत्ति करने को कहा होगा।
सीएम ने कहा, एक तो जलशक्ति मंत्री ही ऐसे हैं जिनकी कोई रुचि ही नहीं है। उन्होंने कहा कि साल,2005 में राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच जिन मुद्दों पर सहमति बनी थी। उसी आधार पर राजस्थान सरकार विभिन्न मुद्दों पर मध्यप्रदेश को अनापत्ति दे रही थी। लेकिन मध्यप्रदेश सरकार ने ईआरसीपी से जुड़े विषयों पर राजस्थान से जुड़े मामलों में अनापत्ति नहीं दी।
एमपी ने वह मुद्दा छेड़ दिया, जिसे छेड़ना नहीं चाहिए था
गहलोत ने कहा, मुझे लगता है केंद्रीय मंत्री ने मध्यप्रदेश सरकार को कहा होगा कि आपत्ति कीजिए। तभी मध्यप्रदेश ने वह मुद्दा छेड़ दिया जिसे छेड़ना नहीं चाहिए था। यह पीने और सिंचाई के पानी की योजना है, कितने लोगों को इसका लाभ मिलता। जयपुर स्थित योजना भवन के सूचना एवं प्रौधोगिकी विभाग में पैसे मिलने की घटना की चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा कि इस घटना को लेकर मुद्दा बनाया जा रहा है। इनको (भाजपा) को पूछो आपने साढ़े चार साल क्या किया। भाजपा हमारे खिलाफ मुद्दे तो बनाती है, लेकिन इनमें कोई दम नहीं है। हम चुनाव में विकास के मुद्दे पर जाएंगे। असत्य बोलने की इनकी फितरत है। इस बार इनकी चलने वाली नहीं है।