दौसा: आरती के बीच में दो पुजारियों में वर्चस्व की लड़ाई, चाकू घोंपकर ले ली जान
राजस्थान के दौसा जिले के पंचमुखी बालाजी मंदिर में आरती के दौरान दो पुजारियों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि 30 वर्षीय पुजारी शिवपाल दास ने 60 वर्षीय परशुराम दास की चाकू मारकर हत्या कर दी। विवाद गर्भगृह के दरवाजे खोलने को लेकर हुआ था। पुलिस ने शिवपाल को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।

पीटीआई, जयपुर। राजस्थान के दौसा जिले में स्थित पंचमुखी बालाजी मंदिर में शुक्रवार की शाम उस समय सनसनी फैल गई, जब दो पुजारियों के बीच हुई झड़प में एक पुजारी की दर्दनाक हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी पुजारी को गिरफ्तार कर लिया है।
लालसोट थाना प्रभारी श्रीकृष्ण मीणा ने बताया कि मंदिर में वर्चस्व को लेकर दो पुजारियों के बीच तनातनी चल रही थी, जो शुक्रवार को हिंसक झड़प में बदल गई। आरती के दौरान अचानक दोनों के बीच विवाद हुआ और 30 वर्षीय पुजारी शिवपाल दास ने 60 वर्षीय पुजारी परशुराम दास महाराज पर चाकू से हमला कर दिया।
इलाज के दौरान मौत
हमले के बाद परशुराम दास को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस जांच में सामने आया कि आरती के समय केवल शिवपाल दास और परशुराम दास ही मंदिर में मौजूद थे।
पूछताछ के दौरान आरोपी शिवपाल दास ने बताया कि आरती के दौरान उसने परशुराम दास से गर्भगृह के दरवाजे खोलने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया, जो देखते ही देखते हिंसक हो गया।
शिवपाल का कहना है कि पहले परशुराम दास ने उस पर हमला किया, जिसके जवाब में उसने चाकू मार दिया। वारदात के बाद शिवपाल मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने उसे मंदिर से 18 किलोमीटर दूर गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
पुलिस ने इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है और गहन जांच जारी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों पुजारियों के बीच पहले से मतभेद चल रहे थे, जो इस दुखद घटना की वजह बनी। मंदिर परिसर में हुई इस वारदात ने स्थानीय श्रद्धालुओं को हिला कर रख दिया है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या इस विवाद के पीछे कोई अन्य कारण भी था या यह पूरी तरह से आपसी झगड़े का नतीजा था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।