Munesh Gurjar Bribe Case: राजस्थान कांग्रेस में फिर विवाद, मेयर को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े खाचरियावास
Munesh Gurjar Bribe Case राजस्थान की राजधानी जयपुर नगर निगम (हेरिटेज) की महापौर मुनेश गुर्जर (Munesh Gurjar) के पति सुशील गुर्जर और दो दलालों की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस (Congress) में आंतरिक विवाद बढ़ गया है। राज्य के खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर महापौर को बर्खास्त करने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है।

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर नगर निगम (हेरिटेज) की महापौर मुनेश गुर्जर (Munesh Gurjar) के पति सुशील गुर्जर और दो दलालों की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस (Congress) में आंतरिक विवाद बढ़ गया है। गुर्जर के पति और दो दलालों को शुक्रवार रात घर का पट्टा बनाने के बदले दो लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड पर भेजा
राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने शनिवार को तीनों को न्यायालय में पेश कर तीन दिन का रिमांड लिया है। इस घटनाक्रम के बाद महापौर की कुर्सी को खतरा पैदा हो गया है। राज्य के खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर महापौर को बर्खास्त करने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है।
खाचरियावास ने कहा कि अगर सरकार बर्खास्त नहीं करेगी तो कांग्रेस के पार्षद महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि 44 पार्षदों की मेरे साथ बैठक हुई है। पार्षदों ने महापौर को बर्खास्त नहीं करने पर खुद इस्तीफा देने की बात कही है। खाचरियावास ने कहा कि महापौर लंबे समय से भ्रष्टाचार कर रही थी। इस बात की जानकारी मैने सीएम, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। महापौर को अब तो बर्खास्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महापौर व उनका समर्थन करने वाले नेताओं से पूछताछ होनी चाहिए।
घर से 41 लाख 50 हजार की नकद मिली
एसीबी को महापौर के घर से 41 लाख 50 हजार की नकद रकम और अलग-अलग बैंक खातों से 50 लाख रूपये मिले हैं। साथ ही कई अहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। एसीबी ने जांच के दौरान मिले जेवरात की जानकारी फिलहाल सार्वजनिक नहीं की है। महापौर के घर मिले नोटों को गिनने के लिए दो मशीन का उपयोग किया गया था।
दो खेमों में बंटी कांग्रेस
महापौर के पति की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस दो खेमों में बंट गई है। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल और जलदाय मंत्री महेश जोशी महापौर के पक्ष में है। वहीं खाचरियावास, विधायक अमिन कागजी और रफीख खान महापौर को बर्खास्त कर उनके कार्यकाल की जांच करने की मांग कर रहे हैं।
तीनों ने कहा कि कांग्रेस की महापौर घर के पट्टे जारी करने के लिए पैसे ले रही है तो उससे पार्टी को नुकसान हो रहा है। अब तो अति हो गई है। खाचरियावास ने कहा कि हम महापौर के भ्रष्टाचार के बारे में लगातार सीएम और पार्टी नेतृत्व को बता रहे हैं, लेकिन जोशी महापौर को बचाने में जुटे हैं। एसीबी की टीम छह महीने से इस तरह के मामलों की जांच कर रही थी। कई नेता महापौर को संरक्षण दे रहे हैं।
पुलिस ने कार्रवाई के बाद की गिरफ्तारी
उल्लेखनीय है कि एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजीव नैन ने एक शिकायत के आधार पर जांच की। जांच में पट्टा देने के बदले पैसे मांगने की बात सही साबित होने पर शुक्रवार रात महापौर के घर से उनके पति और दो दलाल नारायाण सिंह व अनिल दुबे को गिरफ्तार किया।
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