Congress: गहलोत-पायलट के बीच तकरार पर राहुल गांधी की सफाई, कहा- हमारे सांगठनिक ढांचे में नहीं कोई दिक्कत
संवाददाता सम्मेलन में राहुल गांधी ने राजस्थान कांग्रेस में चल रहे आंतरिक घमासान को लेकर टिप्पणी की। राहुल गांधी ने कहा कांग्रेस पार्टी का मुख्य मुद्द ...और पढ़ें

जयपुर, एजेंसी। भारत जोड़ो यात्रा के 100वें दिन के समापन के अवसर पर राहुल गांधी ने राजस्थान में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। संवाददाता सम्मेलन में राहुल गांधी ने राजस्थान कांग्रेस में चल रहे आंतरिक घमासान को लेकर टिप्पणी की। राहुल गांधी ने कहा,' कांग्रेस पार्टी का मुख्य मुद्दा यह है कि जमीनी कार्यकर्ताओं की आवाज सुनी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, 'जहां तक बयानबाजी की बात है तो यह प्रेस के लिए है। आप लोग इसका मजाक उड़ाते हैं, इससे आपके पेपर बिकते हैं। लेकिन हमारे सांगठनिक ढांचे में कोई दिक्कत नहीं है।'
राहुल ने आगे कहा, 'हमारी पार्टी फासीवादी, तानाशाह पार्टी नहीं है। हम चर्चा और बहस के लिए खुले हैं। हम इसे बर्दाश्त करते हैं। और यह केवल राजस्थान के बारे में नहीं है। यह कांग्रेस की परंपरा रही है कि अगर कोई पार्टी नेता कुछ कहना चाहता है तो हम उन्हें नहीं रोकते हैं। राहुल ने आगे यह भी कहा कि हमें बस इस बात का ख्याल रहता है कि किसी के असहमति से पार्टी का बड़ा नुकसान न हो।'
#WATCH | China is preparing for war, but our government is not accepting it, it is hiding this fact: Congress MP Rahul Gandhi, at Jaipur, Rajasthan pic.twitter.com/6K1gAdvaY6
— ANI (@ANI) December 16, 2022
आगामी चुनाव में भाजपा की होगी हार: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा, 'मेरी बात याद रख लीजिए, कांग्रेस बीजेपी को हराने वाली है, क्योंकि हम ऐसी पार्टी हैं, जो लड़ना नहीं छोड़ेगी। कई कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़े जाने को लेकर बात करते हुए, राहुल गांधी ने कहा, 'उनके जाने का स्वागत है क्योंकि वे भाजपा से नहीं लड़ सकते।' राहुल ने यह भी कहा, 'मैं यह नहीं कहूंगा कि कांग्रेस ने अतीत में कोई गलती नहीं की। मुझे यह भी लगता है कि मेरे सहित कांग्रेस के नेता जनता से दूर हो गए। यह दूरी शारीरिक दूरी नहीं बल्कि दर्द की दूरी है। हमारी यात्रा में, हम आम लोगों के दर्द को महसूस कर सकता हैं।'
चीन युद्ध की कर रहा तैयारी: राहुल गांधी
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है, लेकिन हमारी सरकार इसे स्वीकार नहीं कर रही है। बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में 9 दिसंबर को सैकड़ों चीनी सैनिक भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए आ गए थे। भारतीय सेनाओं ने साहस का परिचय दिखाते हुए चीनी सेना को वापस पीछे धकेल दिया। इस मामले को विपक्षी पार्टियों ने संसद में भी उठाया।

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