जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में करीब नौ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा यात्राओं के माध्यम से अशोक गहलोत सरकार को घेरने की कोशिश शुरू कर दी है। भाजपा कानून व्यवस्था, भर्ती परीक्षाओं के पर्चे लीक होने सहित विभिन्न मुददों को लेकर आक्रामक है। दूसरी तरफ, सचिन पायलट भी कई सवाल खड़े कर रहे हैं।
दो मोर्चों पर लड़ रहे गहलोत खुद को विकास के पैमाने पर सबसे आगे खड़ा करना चाहते हैं। गहलोत ने ट्वीट कर भाजपा से कई सवाल पूछे हैं। इन सवालों में उन्होंने खुद की सरकार के चार साल के फैसलों और पिछली भाजपा सरकार में हुए निर्णयों का उल्लेख करते हुए जवाब मांगा है। गहलोत ने चार साल जबकि भाजपा ने गहलोत के दावों को खोखला बताते हुए कहा कि अधिकांश घोषणाएं कागजों में है। स्कूलों में शिक्षक और अस्पतालों में चिकित्सक व नर्सिंगकर्मी नहीं है।
गहलोत ने भाजपा से पूछे ये 10 सवाल
गहलोत ने ट्वीट कर कहा, 'भाजपा इन सवालों का जवाब दें- चार साल में कांग्रेस ने छह मेडिकल कालेज, 25 नर्सिंग कालेज खोले, 500 उप स्वास्थ्य केंद्र व 21 नए जिला अस्पताल खोले हैं। वहीं, पिछली भाजपा सरकार ने पांच साल में एक मेडिकल कालेज और दो नर्सिंग कालेज खोले थे।'
गहलोत ने पूछा कि क्या भाजपा बता सकती है कि आपने बच्चों की शिक्षा के मौके रोक कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों किया । गहलोत ने कहा, 'मेरी सरकार ने 94 महिला कालेज सहित कुल 210 कालेज खोले, वहीं, पिछली भाजपा सरकार ने 81 कालेज खोले थे।' सीएम ने कहा कि चार साल में 266 नए प्राथमिक स्कूल खोले गए हैं। वहीं, पिछली सरकार में एक भी नया प्राथमिक स्कूल नहीं है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने फसल बीमा में 18 हजर करोड़ से अधिक का वितरण किया, जबकि भाजपा सरकार ने एक तिहाई ही खर्च किया था। छह हजार करोड़ से भी कम बांटे थे। चार साल में किसानों को 3.27 लाख बिजली के कनेक्शन दिए। वहीं, भाजपा सरकार ने पांच साल में 1.7 लाख कनेक्शन दिए थे।
सीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने विकलांगों को पेंशन पर 2,170 करोड़ का बजट खर्च किया। वहीं, भाजपा सरकार ने मात्र 425 करोड़ की पेंशन ही दी थी। सीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने महिलाओं की मदद के लिए 8,160 करोड़ खर्च किए। वहीं, भाजपा सरकार में 856 करोड़ का खर्चा हुआ था। इसी तरह वृद्धावस्था पेंशन, ग्रामीण विकास, कृषि कॉलेज स्थापना आदि को लेकर भी दोनों सरकारों के काम का अंतर गिनाए गया है।
भाजपा ने कहा,कागजों में खुले स्कूल और अस्पताल
भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि गहलोत की अधिकांश घोषणाएं कागजों में ही रह गई। अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की बात कही गई, लेकिन इनमें अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक नहीं लगाए। प्रदेश के करीब डेढ़ हजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त चिकित्सक और नर्सिंगकर्मी नहीं है। स्कूलों में सभी विषयों के शिक्षक नही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, लेकिन अब तक सभी किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार की बंद योजनाओं को फिर से प्रारंभ किया था। आधारभूत विकास पर ज्यादा जोर दिया था।
उन्होंने कहा कि सीएम ने नई योजनाओं की केवल घोषणा की है, लेकिन उनमें से कई पर तो अब तक अमल ही नहीं हो सका है। उधर जानकारी के अनुसार, वर्तमान में दस कॉलेज दो से तीन कमरों में चल रहे हैं। वहीं, 67 जनता क्लिनिक में चिकित्सक या नर्सिंगकर्मी नहीं है। 103 अंग्रेजी माध्यम के प्राथमिक स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम का एक भी शिक्षक नहीं है।