अजमेर में साइबर ठगी के बड़े गिरोह का भंडाफोड़, अब तक 8 गिरफ्तार; किराये के बैंक खातों से लाखों का लेनदेन
राजस्थान के अजमेर जिले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने साइबर ठगी गिरोह के आठ गुर्गों को अब तक गिरफ्तार किया है। इन शातिरों का नेटवर्क पूरे राजस्थान में फैला है। कई कस्बों में स्थित विभिन्न बैंकों के ब्रांच में इन्होंने खाते खुलवा रखे हैं। इसके अलावा आम जनता से कुछ हजार रुपये में खाते किराये पर लेकर साइबर ठगी को अंजाम देते थे।

जागरण, अजमेर। अजमेर पुलिस ने साइबर ठगी के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने बताया कि पहले पकड़े गए चार आरोपियों से हुई पूछताछ के बाद इन्हें पकड़ा गया है।
आरोपियों की पहचान ललित सिंह राव, शुभम सिंह राजपूत, हर्षित सिंह हाडा और शुभम खटीक के तौर पर हुई है। सभी भीलवाड़ा जिले के रहने वाले हैं। सभी आरोपियों की उम्र 20 से 23 साल के बीच है।
पुलिस ने सबसे पहले पृथ्वी सिंह, गौरी शंकर, शानू उर्फ रोनी और पवन सिंह को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान इन चारों आरोपियों के खुलासे के बाद बाकी अन्य चार आरोपियों को दबोचा गया। सभी चारों आरोपी बैंक खाते उपलब्ध कराते थे। हालांकि अभी इस मामले में पुलिस की जांच जारी है।
कुछ हजार में खरीदते थे बैंक खाते
पूरा गिरोह एक चेन की तरह काम करता ह। गिरोह के गुर्गे लोगों से 3-5 हजार रुपये में बैंक अकाउंट किराये पर लेते थे। बैंक खातों में फोन नंबर भी लिंक होता था। बाद में गिरोह के गुर्गे इन खातों को लाखों रुपये में आगे बेचते थे। इन बैंक खातों का इस्तेमाल साइबर धोखाधड़ी में किया जाता है।
कई खाते कराए गए फ्रीज
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच में सामने आया है कि सेविंग, करंट और कॉपरेटिव बैंक खातों को ठग खरीदते थे। इसकी वजह यह थी कि इन खातों में लिमिट अलग-अलग होती है। सभी आठों ठगों से अब तक कई बैंक खातों की जानकारी मिली है। साइबर धोखाधड़ी में शामिल बैंक खातों को फ्रीज करा दिया गया है।
कई कस्बों में खुलवा रखे बैंक अकाउंट
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह में शामिल शातिरों ने कई कस्बों में अलग-अलग बैंकों में अपने अकाउंट खुलवा रखे हैं। इनका इस्तेमाल भी साइबर क्राइम में किया जाता है। इन्हीं बैंक खातों के माध्यम से ठग धोखाधड़ी की रकम को एक जगह से दूसरी जगह भेज रहे थे। पुलिस के मुताबिक गिरोह पूरे राजस्थान में सक्रिय है। अभी मामले में आगे की जांच की जा रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।