Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Tarantaran Attack: अलर्ट के बावजूद तरनतारन में थाने पर मोहाली जैसा आरपीजी हमला

    By Jagran NewsEdited By: Nidhi Vinodiya
    Updated: Sun, 11 Dec 2022 09:59 AM (IST)

    भारत-पाकिस्तान सीमा से 40 किमी दूर सरहाली थाने पर शुक्रवार रात 11.22 बजे RPG हमला कर दिया। थाने के लोहे के गेट के टकरा कर आरपीजी की दिशा बदल गई और यह थाना परिसर में ही बने सांझ केंद्र (सुविधा केंद्र) की दीवार से टकरा गया

    Hero Image
    अलर्ट के बावजूद तरनतारन में थाने पर मोहाली जैसा आरपीजी हमला

    मल्हार, तरनतारन : खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बावजूद खालिस्तान समर्थक आतंकियों ने भारत-पाकिस्तान सीमा से 40 किलोमीटर दूर सरहाली थाने पर शुक्रवार रात 11.22 बजे राकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) से हमला कर दिया। थाने के लोहे के गेट के टकरा कर आरपीजी की दिशा बदल गई और यह थाना परिसर में ही बने सांझ केंद्र (सुविधा केंद्र) की दीवार से टकरा गया, लेकिन फटा नहीं। इस वजह से जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ। सांझ केंद्र के दरवाजे और शीशे की खिड़कियां टूट गईं। राकेट थाने से महज 20 मीटर दूरी से दागा गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मोहाली हमले में भी रूसी आरपीजी-22 का प्रयोग हुआ 

    थाना सरहाली के सामने कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (सीएचसी) है। सूत्रों के मुताबिक हमलावरों ने सीएचसी की ओर से ही हमला किया। थाने से थोड़ी ही दूर से राकेट लांचर भी बरामद कर लिया गया है। आरपीजी रूस निर्मित है। इससे पहले मोहाली हमले में भी रूस में बने आरपीजी-22 का प्रयोग हुआ था। इसे पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भेजा गया था। एजेंसियों को अशंका है कि ऐसे और भी आरपीजी सीमा पर से भेजे गए हो सकते हैं। हैरानी की बात है कि तरनतारन पुलिस को दो माह पहले ही थाने पर हमला होने का इनपुट मिला था। इसके बावजूद पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई।

    तरनतारन -दो और अमृतसर - तीन संदिग्ध हिरासत में

    15 अक्टूबर को तरनतारन एसएसपी ने एक आदेश जारी कर पुलिस अधिकारियों को चौकस रहने के लिए कहा था। इस मामले में अब तक तरनतारन से दो और अमृतसर से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब में बंद एक अपराधी समेत नौ लोगों से पूछताछ की गई है। जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की टीम पहुंच गई है। एनआइए ने सरहाली से 14 किलोमीटर दूर हरीकेपत्तन में आतंकी लखबीर सिंह लंडा के घर पर रेड की। घर पर कोई नहीं मिला। उसके घर के पास ट्यूबवेल पर सर्च आपरेशन चलाया गया। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ की शह पर खालिस्तान समर्थक आतंकियों ने इस हमले की साजिश रची थी। इस हमले को मोहाली में हुए हमले से जोड़कर देखा जा रहा है। कनाडा व अन्य देशों में बैठे आतंकियों व गैंगस्टरों के गठजोड़ से हमले को अंजाम दिया गया है।

    हमलावरों ने ढाबे पर मांगा था खाना, पांच में से एक दिव्यांग

    हमलावर संख्या में पांच थे, जो दो बाइक व एक ब्रेजा कार में सवार होकर हरीके पत्तन की तरफ से आए थे। हरीके पत्तन व सरहाली के बीच उन्होंने हाईवे पर एक ढाबे पर खाना भी मांगा था, लेकिन ढाबा मालिक ने इन्कार कर दिया था। ढाबे के पास एक सीसीटीवी कैमरे में उनकी तस्वीरें कैद हुई हैं। ढाबा मालिक के अनुसार इनमें एक सिख था और दिव्यांग था। अन्य चार हिंदी में बात कर रहे थे।

    हमले के समय थाने में मौजूद थे नौ पुलिसकर्मी

    शुक्रवार रात जब हमला हुआ तो थाना सरहाली के एसएचओ इंस्पेक्टर प्रकाश सिंह, ड्यूटी अफसर एएसआइ परमजीत सिंह, मुंशी एएसआइ बिशन दास समेत नौ पुलिसकर्मी मौजूद थे। थाने के गेट पर संतरी नरिंदर सिंह तैनात थे। रात 11.22 मिनट पर जोरदार धमाका हुआ। आवाज सुनकर मुंशी एएसआइ बिशन दास अपने कमरे से गेट पर पहुंचे तो धुएं का गुबार देखा। उन्होंने अधिकारियों को सूचना दी, लेकिन रात को कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे मोबाइल फोरेंसिक साइंस यूनिट (एमएफएसयू) फिरोजपुर की टीम के अलावा भारतीय सेना, फोरेंसिक जांच टीम मौके पर पहुंची। थाने के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में हमलावर कैद नहीं हो पाए। हमलावरों की तलाश के लिए पुलिस की टीमें हरियाणा, राजस्थान व दिल्ली रवाना हो गई हैं।

    चार वर्षों में यह पुलिस की इमारत पर चौथा आतंकी हमला

    पंजाब में पिछले चार वर्षों में यह पुलिस की इमारत पर चौथा आतंकी हमला है। इससे पहले इसी वर्ष छह मई को मोहाली में पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर आरपीजी से हमला किया गया था। उसके आरोपित पकड़ से बाहर हैं। इसके अलावा 8 नवंबर, 2021 में नवांशहर में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए) के दफ्तर और 15 सितंबर, 2018 को जांलधर के मकसूदां थाने में भी आतंकी हमले हो चुके हैं।

    गृह मंत्री अमित शाह से पंजाब CM भगवंत मान ने की मुलाकात, जानिए किस मुद्दे को लेकर हुई चर्चा

    आतंकी पन्नू ने ली जिम्मेदारी

    आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इंटरनेट मीडिया पर एक वायस मैसेज भेजकर हमले की जिम्मेदारी ली है। पन्नू ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को धमकी देते कहा कि बेअंत सिंह की राह पर चलने पर उनका भी ऐसा ही हश्र होगा। पन्नू ने कहा कि जालंधर के तलीफपुरा में 1947 से पाकिस्तान से उजड़कर आए परिवारों को सरकार ने बेघर किया है। यह घटना इसका बदला है।

    पांच संदिग्ध हिरासत में, नौ से पूछताछ

    दो बाइक व एक कार से आए थे पांच हमलावर lपाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भेजा गया आरपीजी, एजेंसियों को और भी आरपीजी आने की आशंका lडीजीपी बोले- आइएसआइ की शह पर खालिस्तान समर्थक आतंकियों ने रची साजिश lजांच के लिए पहुंची एनआइए की टीम, आतंकी लंडा के घर पर रेड, ट्यूबवेल के पास सर्च आपरेशन

    संपादकीय पंजाब में बिगड़ते हालात

    Chandigarh Politics: हिमाचल में जीत के बाद पंजाब में जागी कांग्रेस की उम्मीद, कार्यकर्ता उत्साहित