Punjab Politics: पंजाब में राजनीतिक सरगर्मी तेज, अमृतपाल सिंह की पार्टी इस सीट से लड़ेगी उपचुनाव
तरनतारन विधानसभा सीट पर उपचुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है। अकाली दल (वारिस पंजाब दे) के अध्यक्ष अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने चुनाव लड़ने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द ही प्रत्याशी घोषित करेगी। शिरोमणि अकाली दल के साथ समझौते के आसार भी बन रहे हैं।

जागरण संवाददाता, तरनतारन। आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक डॉ कश्मीर सिंह सोहल के देहांत के बाद खाली हुई सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भले ही अभी घोषणा नहीं हुई, लेकिन विभिन्न पार्टियों ने अभी से सरगर्मी शुरु कर दी है। अकाली दल (वारिस पंजाब दे) के अध्यक्ष अमृतपाल सिंह (सांसद खडूर साहिब) के पिता तरसेम सिंह ने उक्त चुनाव में लड़ने का एलान किया है।
अलगाववादी अमृतपाल सिंह जो डिब्रुगढ़ जेल में बंद है के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि पार्टी द्वारा फैसला करके जल्द ही प्रत्याशी घोषित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी का फैसला था कि उपचुनाव नहीं लड़े जाएंगे, लेकिन विधानसभा हलका तरनतारन की सीट लोकसभा हलका खडूर साहिब के अधिकार क्षेत्र में आती है। ऐसे में उपचुनाव लड़ना स्वभाविक है।
उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह को साजिश के तहत जेल में रखकर लोकसभा हलका खडूर साहिब के विकास में बाधा डाली जा रही है। हालांकि लोकतंत्र ढंग से हलके के लोगों ने अमृतपाल सिंह को करीब डेढ लाख मतों से जिताया था। तरसेम सिंह ने कहा कि विस तरनतारन के उपचुनाव में पार्टी का प्रत्याशी कौन होगा, इस बाबत जल्द फैसला ले लिया जाएगा।
समझौते के आसार अधिक
शिरोमणि अकाली दल (पांच मेंबरी कमेटी) के साथ समझौता होने के आसार बन गए हैं। श्री अकाल तख्त साहिब जी के आदेश पर शिरोमणि अकाली दल की भर्ती कर रही पांच मेंबरी कमेटी की ओर से एसजीपीसी सदस्य भाई मंजीत सिंह ने दैनिक जागरण से फोन पर बात करते बताया कि पांच मेंबरी कमेटी की अगुवाई वाले अकाली दल का सांसद अमृतपाल सिंह की अगुवाई वाले अकाली दल (वारिस पंजाब दे) के साथ समझौता हो चुका है।
उन्होंने कहा कि तरनतारन सीट से मैं चुनाव लड़ता हूं या मेरा बेटा कंवर चढ़त सिंह, इस बाबत जल्द फैसला लिया जाएगा। भाई मंजीत सिंह ने कहा कि एसजीपीसी के हलके में विस हलका तरनतारन के करीब दो दर्जन गांव आते हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।