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मुख्यमंत्री को जगह-जगह बेरोजगारों ने घेरा

संगरूर दौरे पर आए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का हर जगह बेरोजगार अध्यापकों की ओर से कड़ा विरोध किया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Dec 2021 05:23 PM (IST)Updated: Tue, 14 Dec 2021 05:23 PM (IST)
मुख्यमंत्री को जगह-जगह बेरोजगारों ने घेरा
मुख्यमंत्री को जगह-जगह बेरोजगारों ने घेरा

जागरण संवाददाता, संगरूर

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संगरूर दौरे पर आए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का हर जगह बेरोजगार अध्यापकों की ओर से कड़ा विरोध किया गया। पंडाल में पुलिस व बेरोजगार अध्यापकों के बीच धक्कामुक्की भी हुई, जिस कारण बेरोजगार अध्यापकों की पगड़ी भी उतर गई। घाबदां में एक बेरोजगार अध्यापक गुरजंट सिंह के चोट भी लगी।

देहकलां में मुख्यमंत्री चन्नी का संबोधन आरंभ करते ही पंडाल में से बेरोजगार बीएड अध्यापक, बेरोजगार ईटीटी अध्यापकों ने मुर्दाबाद के नारे लगाने आरंभ कर दिए, जिस पर चन्नी ने कहा कि उन्हें पता था कि दो-चार ऐसे लोग प्रोग्राम में खलल डालने के लिए बीच में आ जाते हैं, कोई बात नहीं। पुलिस मुलाजिमों ने बीएड टीईटी पास बेरोजगार अध्यापक गुरप्रीत सिंह खेड़ी, सुखदेव सिंह को हिरासत में लेकर बस में बैठा लिया। इसके बाद भी कई बेरोजगार अध्यापकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। यहां से सीएम का काफिला जब गांव घाबदां में मेडिकल कालेज का नींव पत्थर रखने लिए पहुंचा तो मेन रोड किनारे धरने पर बैठे ईटीटी टीईटी पास बेरोजगार अध्यापकों ने काफिले के समक्ष नारेबाजी की। पुलिस ने उन्हें भी आगे बढ़ने से रोका।

गांव फतेहगढ़ छन्ना में हुए समागम के दौरान मुख्यमंत्री के आने से पहले ही कुछ अध्यापक पंडाल में जाकर बैठ गए। जैसे ही मुख्यमंत्री ने मंच से संबोधन करना शुरू किया तो बेरोजगार बीएड टीईटी पास अध्यापकों ने जिला प्रधान कुलवंत लौंगोवाल की अगुआई में पंजाब सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए जिन्हें पुलिस मुलाजिमों ने मौके पर पंडाल से बाहर निकाल दिया। पुलिस ने नारेबाजी करते अध्यापकों को पकड़कर बस के जरिए नजदीकी सीआइए में भेज दिया। इसके बाद बेरोजगार बीएड टीईटी पास अध्यापक यूनियन के राज्य प्रधान सुखविदर सिंह ढिलवां की अगुवाई में बेरोजगारों ने गिरफ्तार किए जिला प्रधान कुलवंत सिंह लौंगोवाल, गुरप्रीत सिंह, सुखदेव सिंह, अलका, रानी, राजबीर कौर, परमजीत कौर, गुरजंट सिंह, मनवीर कौर की रिहाई के लिए बेरोजगार अध्यापकों ने सीआइए के समक्ष रोष प्रदर्शन किया। इस मौके हरजिदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, कुलदीप सिंह, ससपाल सिंह, मालविदर सिंह, हरदीप सिंह, गुरसंत सिंह, मनप्रीत सिंह, बूटा सिंह, गुरप्रीत सिंह, सुखपाल कौर, बलजीत कौर, परमजीत कौर, कुलवीर कौर आदि मौजूद थे।

उधर, गांव घाबदां में बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास अध्यापकों ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह के खिलाफ नारेबाजी की। अध्यापकों ने कहा कि वह दो महीने से खरड़ टंकी पर डटे हुए हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। मुख्यमंत्री की आमद से पहले प्रशासन द्वारा बेरोजगार अध्यापकों की मुख्यमंत्री से बैठक करवाने का आश्वासन दिया गया। बाद में मुख्यमंत्री से उनकी बैठक करवाई गई। इसमें मुख्यमंत्री ने अध्यापकों को शाम तक मांगें हल करने का आश्वासन दिया, लेकिन अध्यापक पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हो पाए। पुलिस के साथ अध्यापकों की धक्कामुक्की भी हुई। इनमें से मनी संगरूर, सुरजीत ढंडरियां, रणजीत संगरूर, कुलविदर रसिंह व प्रगट सिंह आंख बचाते हुए घाबदां के पंडाल में जा पहुंचे। जहां भाषण के दौरान मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस द्वारा यूनियन के सुखचैन पटियाला सहित अन्य प्रदर्शनकारियों को घसीटते हुए गिरफ्तार किया गया। यूनियन के निर्मल जीरा, मनी संगरूर, रणजीत बावा, दानिस, दिलप्रीत संगरूर, कुलदीप खोखर, मंगल मानसा, सुखजीत नाभा ने कहा कि पंजाब सरकार ने हक मांग रहे बेरोजगार को हमेशा लाठियां, झूठे वादे, पर्चे व रोष प्रदर्शन ही दिए हैं। बेरोजगार अध्यापकों की भर्ती न करने से बहुत से नौजवानों की उम्र सीमा गुजर चुकी है। उन्हें आयु सीमा में कोई छूट नहीं दी जा रही। उन्होंने मांग की कि उम्मीदवारों को आयु सीमा में छूट दी जाए।


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