नहर में फेंकने गए थे पूजा सामग्री, हो गई एेसी भूल कि पीट रहे अब सिर
परिवार ने नहर में पूजा सामग्री जल प्रवाहित करने के बजाय गहनों से भरा बैग प्रवाहित कर दिया। इसके बाद उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
जेएनएन, संगरूर। कार सवार परिवार ने पूजा सामग्री जल प्रवाहित करनी थी। कार में दो लिफाफे पड़े थे। एक में पूजा सामग्री (धूप व अगरबत्ती की राख) पड़ी थी, जबकि दूसरे लिफाफे में गहने थे। परिवार ने चलती कार से लिफाफा जलप्रवाहित कर दिया, लेकिन जब घर लौटे तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। दरअसल, उन्होंने जो लिफाफा जल प्रवाहित किया वह गहनों से भरा था। लिफाफे में करीब दस तोले सोना व आधा किलो चांदी के जेवर थे।
स्थानीय नाभा गेट संगरूर के निवासी लखवीर चंद अपने पारिवारिक सदस्यों सहित पटियाला से किसी रिश्तेदार को मिलकर कार से वापस संगरूर लौट रहे थे। कार में एक ही रंग के दो लिफाफे पड़े थे, जिनमें से एक लिफाफे में सोने, चांदी के गहने व दूसरे में अगरबत्ती, धूप की राख थी। परिवार ने इसे बहते पानी में प्रवाह करना चाहता था।
जैसे ही उनकी कार नदामपुर बाईपास नहर के पास पहुंची तो कार से उतरने के बजाय उन्हें लिफाफे को नहर में फेंर दिया। परिवार इसके बाद घर पहुंच गया। घर पहुंचकर वह अपने गहने चेक करने लगे तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। दरअसल, जिस लिफाफे में उन्होंने गहने रखे उसी लिफाफे को उन्होंने जल प्रवाहित कर दिया।
पारिवारिक सदस्य तत्काल नदामपुर नहर पर पहुंचे। उन्होंने गहनों वाला लिफाफा ढूंढने के लिए लोगों से गुहार लगाई। मदद न मिलने पर उन्होंने पटियाला से गोताखोरों को बुलाया, लेकिन गहनों से भरे लिफाफे का पता नहीं चल पाया।
पुलिस चौकी चन्नो के इंचार्ज एसआइ राजवंत कुमार ने बताया कि घटना का पता चलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नहर पर एकत्रित हुई लोगों की भीड़ को खदेड़ा। पुलिस के मुताबिक परिवार का नहर में गिरे लिफाफे में 10 तोले सोना व आधा किलो के करीब चांदी के गहने थे।
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