Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Farmers Protest: पंजाब कैबिनेट का किसान आंदोलन को समर्थन, डल्लेवाल बोले- डर है कहीं राष्ट्रपति शासन न लग जाए

    Updated: Wed, 25 Dec 2024 10:36 PM (IST)

    खनौरी बॉर्डर पर 30 दिनों से आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने बुधवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा कैबिनेट के अन्य आठ मंत्रियों के साथ पहुंचे। कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने डल्लेवाल से कहा कि उनकी यह लड़ाई पूरे देश के किसानों की है। पंजाब सरकार व हर एक पंजाबी इस आंदोलन में उनके साथ है।

    Hero Image
    किसान नेता डल्लेवाल से मुलाकात करते कैबिनेट मंत्री (जागरण फोटो)

    संवाद सूत्र, संगरूर। Farmers Protest: न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सहित कई मांगों को लेकर आंदलन कर रहे किसानों के हौसले अभी भी बुलंद हैं। इसी कढ़ी में  मांगों को लेकर खनौरी बॉर्डर पर 30 दिन से आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से बुधवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा कैबिनेट के अन्य आठ मंत्रियों के साथ मिलने पहुंचे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने डल्लेवाल से कहा कि उनकी यह लड़ाई पूरे देश के किसानों की है। पंजाब सरकार व हर एक पंजाबी इस आंदोलन में उनके साथ है।

    'अब डल्लेवाल अनशन छोड़ दें'

    उन्होंने कहा कि डल्लेवाल को आमरण अनशन पर बैठे हुए लंबा समय हो चुका है, उनकी सेहत लगातार खराब होती जा रही है। वे चाहते हैं कि डल्लेवाल अनशन छोड़ दें। अगर वे अनशन नहीं तोड़ना चाहते तो कम से कम चिकित्सा सुविधा लेते रहें ताकि उनके शरीर को नुकसान न पहुंचे।

    इसी बीच डल्लेवाल ने स्पष्ट कर दिया कि उनका आमरण अनशन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि है कैबिनेट मंत्री अब इस कारण आए हैं कि अगर उनकी मौत हो गई तो राज्य के लोग उन्हें घरों से नहीं निकलने देंगे और पंजाब में राष्ट्रपति शासन लग जाएगा। कैबिनेट मंत्रियों के अलावा सांसद गुरजीत औजला ने भी डल्लेवाल से मुलाकात की।

    'पंजाब सरकार को अपनी चिंता है'

    डल्लेवाल से मुलाकात के बाद किसान नेताओं ने पत्रकारवार्ता में कहा कि डल्लेवाल ने स्पष्ट कर दिया है कि पंजाब सरकार को उनकी नहीं, बल्कि अपनी चिंता है। उन्होंने सवाल किया कि आप सरकार के 92 विधायक तब कहां थे जब धान के सीजन में मंडियों में पांच से सात किलो की कटौती हुई थी।

    जब दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री केजरीवाल पर थोड़ा सा संकट आया तो आप सभी विधायक भूख हड़ताल पर बैठ गए, लेकिन अब आप चुप क्यों हैं? आप लोग केवल इस कारण यहां आए हो ताकि अगर मैं इस आंदोलन में मर गया तो कल पंजाब के लोग आप पर अंगुली न उठा सकें।

    30 को पंजाब बंद की तैयारी

    उधर, किसान 30 दिसंबर को पंजाब बंद कार्यक्रम की तैयारियां कर रहे हैं। इसे लेकर खनौरी बोर्डर पर यूनियनों की बैठकें बुलाई जाएंगी और इस बाबत एक पुख्ता रणनीति तैयार की जाएगी। इससे पहले किसानों ने 18 दिसंबर को पंजाब में रेल रोको आंदोलन किया था।

    यह भी पढ़ें- Farmers Protest: 'इरोम शर्मिला की तरह डल्लेवाल भी जारी रख सकते हैं अपना विरोध प्रदर्शन', खराब सेहत पर सुप्रीम कोर्ट चिंतित