Farmers Protest: अब खेतों के ट्यूबवेल का ही पानी पियेंगे डल्लेवाल, खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता का एलान; क्या है वजह?
हरियाणा के 50 से अधिक गांवों के किसान अपने खेतों के ट्यूबवेलों का पानी लेकर खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत 71वें दिन भी जारी है। किसानों ने ऐलान किया कि यही पानी जगजीत सिंह डल्लेवाल को पिलाया जाएगा क्योंकि इन ट्यूबवेलों वाले खेतों की जमीन को बचाने की खातिर ही डल्लेवाल मरणव्रत कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, संगरूर। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत मंगलवार को 71वें दिन भी जारी रहा। मंगलवार को हरियाणा राज्य के पचास गांवों से किसान अपने खेतों के ट्यूबवेल का पानी लेकर खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल को पिलाने पहुंचे।
इसके साथ ही ऐलान किया कि यही पानी जगजीत सिंह डल्लेवाल को पिलाया जाएगा, क्योंकि इन ट्यूबवेलों वाले खेतों की जमीन को बचाने की खातिर ही डल्लेवाल मरणव्रत कर रहे हैं।
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि डल्लेवाल पिछले 71 दिन से अनशन पर हैं, जिन्होंने 71 दिन से कुछ नहीं खाया है व केवल पानी पी रहे हैं। खेती, जमीन, फसल व आने वाली नस्ल को बचाने के लिए यह आंदोलन किया जा रहा है।
खेतों का पानी पीयेंगे डल्लेवाल
इसके मद्देनजर हरियाणा से किसानों ने फैसला लिया है कि उन्हीं खेतों के ट्यूबवेलों का पानी जगजीत सिंह डल्लेवाल ग्रहण करें जिन्हें बचाने के लिए वह आमरण अनशन कर रहे हैं।
इसी कड़ी के तहत आज हरियाणा से नारनौंद, राजपुरा, माजरी, डिडवादी, सोहटी, फग्गू, धर्मपुरा, खैराती खेड़ा, दादू, तिलोकेवाला, बीसला, करनोली, खुंबर, जंडवाला, आयलकी, छिनौली, मटिण्डू, गोपालपुर, नौल्था, माजरा, खुराना, रोजखेड़ा, जुल्हेड़ा, ढाणी छतरिया, ढाणी ठोबा, तमसपुरा, भरपूर, लक्कड़वाली, चमराडा, माढ़ा, मस्तगढ़, खरल, लोधर, फतेहपुरी, फुलां, अकांवली, सुंदरनगर हमजापुर सहित 50 से अधिक गांवों के खेतों के जल लेकर किसान मोर्चे पर पहुंचे। अब अगले दिनों छह, आठ, दस फरवरी को भी हरियाणा से किसान पानी लेकर खनौरी पहुंचेगे।
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महापंचायतों का भी किया जाएगा एलान
इसके साथ ही किसान काका सिंह कोटड़ा, जरनैल सिंह चाहल, गुरदास सिंह ने किसानों का खनौरी बॉर्डर पर पहुंचने का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ जल नहीं है, बल्कि किसानों की भावना है जिन्हें यह महसूस होता है कि एमएसपी गारंटी कानून बनवाने के लिए चल रहे किसान आंदोलन में सहयोग करना जरूरी है।
उन्होंने किसानों से अपील की कि मोर्चे के एक वर्ष पूरा होने पर 11 फरवरी को रत्नपुरा, 12 फरवरी को खनौरी एवं 13 फरवरी को शंभू मोर्चे पर आयोजित महापंचायतों में देशभर से पहुंचने का आह्वान किया।
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