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    ये महिला क्लर्क निकली शातिर, रेलवे में नौकरी का थमा देती थी फर्जी अप्वाइंटमेंट लैटर

    By Kamlesh BhattEdited By:
    Updated: Tue, 18 Jul 2017 04:35 PM (IST)

    एडीसी दफ्तर में तैनात महिला क्लर्क अपने साथियों के साथ मिलकर नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से लाखों रुपये एेंठती थी। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

    ये महिला क्लर्क निकली शातिर, रेलवे में नौकरी का थमा देती थी फर्जी अप्वाइंटमेंट लैटर

    जेएनएन, रूपनगर। रेलवे में नौकरी के सपने संजोये लोगों को जब हाथ में अप्वाइंटमेंट लैटर दिया जाता तो उन्हें लगता था कि उन्होंने जग जीत लिया, लेकिन उन्हें क्या पता था कि जो अप्वाइंटमेंट लैटर उनके हाथ में है वह फर्जी है। जी हां, रूपनगर पुलिस ने एेसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये एेंठता था। गिरोह की सरगना रूपनगर एडीसी दफ्तर में क्लर्क पुष्पा देवी थी।

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    रूपनगर स्थित आफिसर कालोनी की रहने वाली पुष्पा देवी पत्नी कुलदीप चौहान व गुरदासपुर के लक्खोवाल निवासी अश्वनी कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके खिलाफ 420 का केस दर्ज किया है, जबकि दो अन्य अारोपी प्रभजोत सिंह उर्फ संजय यादव पुत्र सुरजीत सिंह निवासी मकान नंबर 1100. पातशाही नौवी बाबा बकाला जिला अमृतसर तथा पलविंदर सिंह पुत्र सवरण सिंह निवासी गांव चाहल कलां जिला गुरदासपुर अभी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। इनके खिलाफ आनंदपुर साहिब के गांव अटारी के जतिंदरपाल सिंह पुत्र हरी कृष्ण की शिकायत पर पड़ताल के बाद केस दर्ज हुअा है।

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    उक्त आरोपी लोगों को रेलवे में कैटेगिरी सी तथा डी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर वाराणसी ले जाते थे तथा वहां होटलों में ठहराते थे। इस दौरान वो अावेदनकर्ताअों को कोचिंग सेंटरों में हाजिरी लगवाकर ये कह देते थी कि यह रेलवे का ट्रेनिंग सेंटर है। अावेदनकर्ताअों के मेडिकल भी करवाए जाते थे। जाली अप्वाइंटमेंट लेटर तक दिए जाते थे। आरोपी कैटेगिरी सी के लिए अाठ लाख रुपये अौर डी में पांच लाख रुपये लेते थे।

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