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    हरजिंदर सिंह धामी के बाद अब प्रो. बंडूगर ने दिया इस्तीफा, SGPC में नहीं थम रहा विवाद

    Updated: Tue, 18 Feb 2025 02:13 PM (IST)

    शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee) के पूर्व प्रधान प्रोफेसर किरपाल सिंह बडूंगर ने शिरोमणि अकाली दल की भर्ती अभियान को लेकर गठित सात सदस्यीय कमेटी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह को पत्र भेजकर कहा है कि हालात के मद्देनजर उन्हें इस कमेटी से फारिग कर दिया जाए।

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    प्रो. बडूंगर ने शिरोमणि अकाली दल की भर्ती संबंधी 7 सदस्यीय कमेटी से दिया इस्तीफा

    दीपक मौदगिल, पटियाला। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के प्रधान पद से एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद बनी विवादात्मक स्थिति के चलते शिरोमणि कमेटी प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान प्रोफेसर किरपाल सिंह बडूंगर ने शिरोमणि अकाली दल के भर्ती अभियान को लेकर गठित सात सदस्यीय कमेटी से इस्तीफे की पेशकश की है । इस संबंध में उन्होंने आज एक पत्र श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह को भेजा है।

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    प्रो बंडूगर ने पत्र में कही ये बात

    पत्र में प्रोफेसर बडूंगर ने कहा है कि शिरोमणि अकाली दल की भर्ती संबंधी 7 सदस्यीय कमेटी में शामिल किया गया था। इस कमेटी की दो मीटिंग्स अब तक हो चुकी हैं । पहली मीटिंग पटियाला और दूसरी चंडीगढ़ में हुई । यह दोनों मीटिंग की प्रधानगी एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने की।

    दोनों मीटिंगों में संबंधित सदस्य शामिल हुए और उन्होंने अपने विचार रखे लेकिन दोनों मीटिंग्स बेनतीजा साबित रहीं । अब एडवोकेट धामी ने शिरोमणि कमेटी प्रधान के साथ-साथ इस सात सदस्यीय कमेटी के प्रधानगी पद से इस्तीफा दे दिया है।

    इस संबंध में आज जब पटियाला में हो रही तीसरी मीटिंग के प्रति अनिश्चितता बनी हुई है कि कौन इस मीटिंग की प्रधानगी करेगा। प्रोफेसर बडूंगर ने कहा के श्री अकाल तख्त साहब एक पावन और सर्वोच्च स्थान है जिसका सम्मान सदैव बरकरार रहना चाहिए और पंथक परंपरा की जानी चाहिए। उन्हें महसूस हो रहा है कि हालात के मद्देनजर इस सात सदस्यीय कमेटी से फारिग कर दिया जाए।

    पटियाला में हो रही है सात सदस्यीय कमेटी की बैठक

    उधर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह द्वारा गठित सात सदस्यीय कमेटी की बैठक आज फिर पटियाला में शुरू हो गई है। संभावना है कि आज की बैठक में अकाली दल द्वारा अभी तक किए गए सदस्यता अभियान पर फैसला लिया जाना है।

    बहरहाल इस बैठक से एक दिन पहले ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी इस्तीफा दे चुके हैं तो आज मंगलवार को शिरोमणि कमेटी के पूर्व प्रधान प्रोफेसर किरपाल सिंह बडूंगर ने इस कमेटी की मेंबरशिप से इस्तीफा की पेशकश करते हुए इस संबंध में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह को पत्र भी भेज दिया है।

    ऐसे में इस 7 सदस्यीय कमेटी के दो सदस्यों द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद हालांकि आज पटियाला में बाकी पांच सदस्य एकत्रित हुए हैं लेकिन आज मंगलवार को भी इस कमेटी की तीसरी मीटिंग में कोई विशेष परिणाम सामने आने की संभावना कमजोर हो गई है।

    इस कमेटी का मुख्य उद्देश्य शिरोमणि अकाली दल की नई सदस्यता प्रक्रिया की निगरानी करना है। इस कमेटी में एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के अलावा पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर किरपाल सिंह बडूंगर, इकबाल सिंह झिंडा, मनप्रीत सिंह अयाली, गुरप्रताप सिंह वडाला, संता सिंह उमेदपुरी, और सतवंत कौर शामिल थे।

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    2 दिसंबर को सुखबीर बादल को सुनाई थी सजा

    बता दें कि 2 दिसंबर 2024 को, अकाल तख्त साहिब ने शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और अन्य नेताओं को धार्मिक सजा सुनाई थी। जिसके बाद पार्टी के नेतृत्व में बदलाव के लिए इस समिति का गठन किया गया था। समिति को 6 महीने के भीतर सदस्यता प्रक्रिया पूरी करने और पार्टी के नए अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों का चयन करने का निर्देश दिया गया है।

    10 फरवरी को हुई थी इस कमेटी की पहली बैठक

    अकाली दल ने श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से गठित इस कमेटी को कानूनी अड़चनों का हवाला देते हुए पहले मानने से मना कर दिया था। लेकिन श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह इस कमेटी के अस्तित्व को लेकर अड़े रहे और 10 फरवरी को इस कमेटी की पहली बैठक बुलाई गई थी।

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