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    पराली जलाने वालों के खिलाफ एक्शन में पंजाब सरकार, 920 किसानों पर FIR दर्ज; सख्ती के बाद घटने लगे मामले

    Updated: Wed, 23 Oct 2024 11:18 AM (IST)

    पंजाब (Stubble Burning in Punjab) में पराली जलाने के मामलों में कमी आई है। 22 अक्टूबर तक 1581 मामले सामने आए हैं जबकि पिछले साल इसी अवधि में 3696 मामले थे। सुप्रीम कोर्ट के फटकार के बाद पंजाब सरकार ने पराली जलाने वाले किसानों पर सख्ती की है और 920 किसानों पर एफआईआर दर्ज हुआ है। 11 लाख रुपये का जुर्माना भी किया गया है।

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    पराली जलाने पर सख्ती का असर, पंजाब में 30% तक कम हुए मामले।

    गौरव सूद , पटियाला। पंजाब में पराली जलाने वाले किसानों पर सख्ती का असर दिखने लगा है। राज्य में इस वर्ष 22 अक्टूबर तक पराली जलाने के 1,581 मामले ही सामने आए हैं, जबकि 2023 में 1,794 मामले, 2022 में 3,696 मामले व 2021 में 5,438 सामने आए थे।

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    राज्य में पराली जलाने की घटनाओं से बढ़ रहे वायु प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी फटकार लगाई थी। इसके बाद से सरकार ने पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है।

    22 दिनों में 920 किसानों पर FIR दर्ज 

    राज्य में महज 22 दिन में ही 920 किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई है। कुल 11 लाख जुर्माना किया गया है। इसमें से 9.72 लाख रुपये की वसूली भी की जा चुकी है, जबकि 437 रेड एंट्री भी हो चुकी है। 2021 में तो सरकार ने सभी जुर्माना माफ कर दिया था। 2022 में भी एफआईआर रद्द कर थी।

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    पराली जलाने वालों पर कार्रवाई के सकारात्मक नतीजे अब सामने आने शुरू हो गए हैं। पिछले वर्ष से तुलना करें तो 22 अक्टूबर 2023 को राज्य में 30 जगह पराली जलाई गई थी, जबकि इस वर्ष 22 को पराली जलाने के मामले 71 हैं। पराली जलाने के मामले कम होने के बावजूद पिछले वर्षों की तुलना में एक्यूआई का स्तर बिगड़ा है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां एक दिन पिछले वर्ष की तुलना में पराली अधिक जली है।

    पराली प्रबंधन के लिए 21 नए प्लांट्स शुरू करने की तैयारी

    सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद प्रशासन जहां एक्शन में आया, तो वहीं पीपीसीबी की तरफ से भी राज्य में पराली प्रबंधन की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत वर्ष 2023 में करीब 15.86 लाख टन पराली का प्रबंधन किया गया था।

    इस वर्ष यह करीब 19.52 लाख टन हो गई है। यही नहीं पीपीसीबी पराली से ब्रिकेट्स और पैलेट्स तैयार करने के लिए इस वर्ष राज्य में करीब 21 नए प्लांट शुरू किया जा रहा है। इनके दिसंबर 2024 तक शुरू होने की संभावना है।

    10 से 16 अक्टूबर के बीच आए 945 मामले आए सामने

    पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) 15 सितंबर से 15 नवंबर तक पराली जलाने के मामलों की मॉनिटरिंग कर रहा है। इस सीजन की बात करें तो मंगलवार तक राज्य में कुल 1,581 मामले सामने आए हैं। सबसे ज्यादा 945 मामले सात दिन में केवल 10 से 16 अक्टूबर के बीच आए हैं।

    मंगलवार को राज्य में 71 स्थानों पर जली पराली

    मंगलवार को राज्य में पराली जलाने के करीब 71 मामले सामने आए। इसी के साथ पराली जलाने का आंकड़ा 1,581 हो गई है।

    मंगलवार को अमृतसर में 4, बरनाला में 1, फरीदकोट में 5, फतेहगढ़ साहिब में 3, फाजिल्का में 3, फिरोजपुर में 10, गुरदासपुर में 1, जालंधर में 2, कपूरथला में 3, लुधियाना में 2, मलेरकोटला में 1, मानसा में 4, मोगा में 1, पटियाला में 8, संगरूर में 8 और तरनतारन में 15 मामले पराली जलाने के सामने आए।

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