कैदी प्राइवेट पार्ट्स में रखकर लाते हैं संदिग्ध सामान, पकड़े जाने पर देते हैं अनोखी दलील
जेल अधिकारियों के पुख्ता सुरक्षा इंतजाम और चेकिंग के बावजूद कैदी संदिग्ध सामान जेल के अंदर लेकर आ रहे हैं। इसके लिए वे अलग-अलग फंडे अपनाते हैं। ...और पढ़ें

पटियाला, [सुरेश कामरा]। जेल के भीतर नशीली सामग्री सहित मोबाइल लेकर जाना सामान्य तौर पर तो बहुत मुश्किल है, लेकिन आजकल कैदियों सहित हवालातियों ने अपने प्राइवेट पार्ट्स में उक्त सामग्री लेकर जाने के फंडे अपना लिए हैं।
प्राइवेट पार्ट्स में नशीली सामग्री सहित मोबाइल लेकर जाने का काम अदालत में पेशी के दौरान फिट बख्शीखाना में होता है। इसके लिए जेल प्रशासन एसएसी को पत्र लिखने सहित जिला सेशन जज के ध्यान में ला चुका है कि अदालत परिसर के बख्शीखाना स्थित बाथरूम में सख्ती से चेकिंग की जाए।
यह भी पढ़ें: किसानों के मुद्दे पर पंजाब विस का विशेष सत्र बुलाया जाए: आप
दो सालों में सामने आए तीन दर्जन से अधिक मामले
जेल अधिकारियों के मुताबिक जेल के भीतर एक्सरे बैगेज मशीन लगी हुई है, जिसमें से जेल के भीतर कोई भी सामान लेकर नहीं जा सकता है। जब कैदी या हवालाती मुलाकात के बाद जेल के भीतर वापस जाता है तो उसे रिश्तेदारों से मिली सामग्री के बैग को उक्त एक्सरे बैगेज मशीन में से गुजारा जाता है। अगर उसमें कोई भी संदिग्ध सामग्री होती है तो वह मशीन उसे पकड़ लेती है।
ऐसे में कैदियों के लिए बाहर से भेजी गई सामग्री को भीतर लेकर जाना मुनासिब नहीं है, लेकिन प्राइवेट पार्ट्स में बीड़ी बंडल, जर्दा पुड़ी या मोबाइल डालकर भीतर ले जाने के बारे में अभी जेल विभाग के पास कोई एक्सरे मशीन नहीं है, जिससे इन चीजों का पता लगाया जा सके।
यह भी पढ़ें: पत्नी को जलाकर की थी हत्या, 12 साल बाद पति और सास को मिली उम्रकैद
ऐसे होती है पहचान
जेल अधिकारियों के मुताबिक इस तरह के लोगों को पहचानना काफी मुश्किल है। पहचानने का एक तरीका यह है कि उनकी चाल आम लोगों से कुछ अलग होती है। इस तरह के लोग ऐसे चलते हैं जैसे किसी के पेट में दर्द होता है या फिर व्यक्ति को शौच आदि का प्रेशर हो। गाड़ी में उतरने के बाद वे सुरक्षा कर्मियों से बचने की कोशिश करते हैं और वे उनसे आंखें बहुत कम मिलाते हैं। पकड़े जाने पर उनका यही जवाब होता है कि वे बख्शीखाने से यह सामान जेल के भीतर लेकर आए हैं।
एसएसपी को लिखा पत्र, सेशन जज को दी जानकारी
इस संबंध में जेल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट गुरप्रीत सिंह धालीवाल ने बताया कि बीते दो सालों में प्राइवेट पार्ट्स में मोबाइल, बीड़ी के बंडल, जर्दे की पुड़ियां, सिम या अन्य सामग्री लेकर आने वाले पकड़े हैं। उन्होंने कहा कि एसएसपी को पत्र लिखा है कि पेशी के दौरान कैदियों पर सख्ती की जाए। इसी तरह जिला सेशन जज को भी जानकारी दी है कि बख्शीखाने के बाथरूम में कैदियों पर नजर रखी जाए, ताकि वे वहां पर इस तरह की कार्रवाई न करें।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।