Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अगर घपला किया होता तो चौटाला पिता-पुत्र की तरह जेल में होता : बादल

    By Ankit KumarEdited By:
    Updated: Sun, 07 May 2017 06:45 PM (IST)

    बादल ने कहा कि चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने झूठे आरोप लगाए। साथ ही बेरोजगार युवाओं को बरगलाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। ...और पढ़ें

    Hero Image
    अगर घपला किया होता तो चौटाला पिता-पुत्र की तरह जेल में होता : बादल

    जेएनएन, पटियाला। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा है कि यदि उन्होंने और उनके पुत्र सुखबीर ने अपने कार्यकाल में नौकरियों में भेदभाव किया होता तो वह हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की भांति जेल में बंद होते।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पटियाला के नजदीकी गांव रखड़ा में रविवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा की माता जसवंत कौर की बरसी पर आयोजित समागम में शिरकत करने के बाद बादल ने पत्रकारों से बात की। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह सब चुनावी स्टंट था।

    यह भी पढ़ें: शहीद परमजीत परिवार से मिले कैप्‍टन, बेटी आैर बेटे को नौकरी देगी सरकार

    बादल के मुताबिक चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने झूठे आरोप लगाने और उन्हें प्रचारित व प्रसारित करने के साथ-साथ बेरोजगार युवाओं को बरगलाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। हर घर से एक को रोजगार देने के वादे के साथ सत्ता में आई सरकार आज नौकरी कर रहे युवाओं से ही नौकरी छीन रही है।

    प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि मौजूदा सरकार द्वारा 290 कंप्यूटर डाटा ऑपरेटर नौकरी से निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस सरकार नौजवानों को नौकरी देने के बजाय उन्हें बेरोजगार करती जा रही है। सरकार को अपना वादा पूरा करते हुए हर घर में एक सदस्य को नौकरी देने का वादा पूरा करना होगा।

    पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों व युवा वर्ग से झूठे वादे कर कैप्टन ने अपनी सरकार बनाई है। जो पूरी तरह असफल नजर आ रही है। एक सवाल के जवाब में प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि पार्टी में किसी तरह की तब्दीली नहीं की जा रही है। सुखबीर सिंह बादल ने जिस तरह से मेहनत की है, उस तरह से आज तक कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वह पंजाब में रहकर पंजाब की सेवा करने के इच्छुक हैं।

    यह भी पढ़ें: अगर योगी किसानों का कर्ज माफ कर सकते हैं तो कैप्टन क्यों नहीं करते : खैहरा